मधेपुरा/बिहार : विश्वविद्यालय की ओर से यह प्रयास किया जा रहा है कि कैसे बीएनएमयू राज्य का नंबर वन विश्वविद्यालय हो, इसके लिए विश्वविद्यालय में होने वाले सारे कार्यों को जल्द से जल्द करवाने एवं समस्याओं का जल्द से जल्द निपटारा करवाने की हरसंभव कोशिश की जाती है। साथ ही राजभवन पटना से जो आदेश प्राप्त होता है उसके अनुरूप उस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे राजभवन भेज दिया जाता है। जिससे लोग कहे की बीएनएमयू में सभी कार्यों का त्वरित निष्पादित किया जाता है।
उक्त बातें बीएनएमयू कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय ने शुक्रवार को कुलपति कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि राजभवन में जन विमर्श प्रकोष्ठ बनाया गया है, उसमें कई लोग अपनी समस्या को लेकर आवेदन करते हैं, जो कि विश्वविद्यालय में भी किया जाता है। उसमें से कई आवेदन ऐसे होते हैं जिनका कोई औचित्य नहीं होता है, आवेदन कर्ता का कोई पहचान नहीं होता है। ऐसे आवेदन पर ध्यान नहीं दिया जाता है। इसके बाद भी राजभवन में 12 आवेदनों पर ध्यान दिया गया है। इस संबंध में विश्वविद्यालय को राज्यपाल सचिवालय राजभवन पटना के द्वारा निर्देश प्राप्त हुआ है, जिसके लिए बीएनएमयू ने भी एक कमेटी गठित कर दी है, जिसके बाद विश्वविद्यालय के द्वारा जिन 12 लोगों ने आवेदन किया था उन को पत्र लिखकर बुलवाया गया, जिसमें सभी लोग तो नहीं पहुंचे। जिसमें से कुछ लोगों की समस्या सुनी भी गई जिनमें से कुछ भुगतान संबंधी समस्या थी जिनसे बात कर जल्द ही समस्या का निदान करने का आश्वासन दिया गया। उन्हीं में से कुछ लोगों ने यह भी कहा कि हमने यह आवेदन नहीं किया है। इस तरह बीएनएमयू ने चार समस्याओं का समाधान कर दिया गया है। जिनको राजभवन जाने की जरूरत नहीं है। इसके लिए विश्वविद्यालय ने राजभवन को पत्र भी लिख दिया है। उन्होंने बताया कि राजभवन पटना में बीएनएमयू से संबंधित जन विमर्श प्रकोष्ठ कार्यक्रम की तिथि 28 मई निर्धारित की गई है। इस कार्यक्रम में बीएनएमयू से संबंधित 12 मामलों पर आवेदकों से प्राप्त आवेदनों को रखा जाना है।
उन्होंने कहा बीएन मंडल विश्वविद्यालय में यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट इंफॉरमेशन सिस्टम (यूएमआईएस) से बीए पार्ट वन में नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन लिया जा रहा है। जिसका प्रेजेंटेशन राजभवन में दिया गया था. बीएनएमयू का प्रजेंटेशन नोडल ऑफिसर डॉ अशोक कुमार सिंह ने राजभवन में प्रस्तुत किया। प्रजेंटेशन देखने के बाद बीएनएमयू का प्रजेंटेशन बेहतर रहा। जिसके बाद 9 मई की शाम से ही ऑनलाइन आवेदन लिया जा रहा था। यह 26 मई तक निर्धारित किया गया। छात्र-छात्राएं विवि के ऑफिसियल बेवसाइट www.bnmu.ac.in के माध्यम से स्नातक प्रथम खंड (सत्र 2019-20) में नामांकन के लिए आवेदन कर रहे हैं। साथ ही जिस आईटीआई कंपनी के माध्यम से यह कार्य किया जा रहा है। वह गवर्मेंट अंडरटेकिंग कंपनी है। इसी कंपनी के माध्यम से 9 मई से ही ऑनलाइन आवेदन लिया जाने लगा और आज लगभग 15 दिन के अंदर में लगभग 30000 छात्र-छात्राओं ने ऑनलाइन आवेदन किया है। इस ऑनलाइन प्रक्रिया में किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए प्रत्येक दिन शाम को यह देखा जाता है कि प्रतिदिन कितने छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है।
कुलपति ने कहा कि भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय प्रगति के पथ पर प्रत्येक दिन आगे बढ़ रहा है। कुलपति ने कहा कि जिस कंपनी से हमारा एग्रीमेंट हुआ है यह सिर्फ स्टूडेंट लाइफ साइकिल के लिए ही किया गया है। स्टूडेंट लाइफ साइकिल छात्र-छात्राओं की सभी विधाओं से संबंध रहता है जिसमें छात्र-छात्राओं के नामांकन से लेकर रिजल्ट पब्लिकेशन एवं प्रमाण पत्र वितरण होने तक का सारा कार्य किया जायेगा।
वही मौके पर उपस्थित प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर फारूक अली नोडल पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि ऑनलाइन नामांकन के लिए आवेदन करने की तिथि 9 से 26 मई तक निर्धारित की गई थी, लेकिन छात्र हित को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन आवेदन की तिथि बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि अब 26 मई की जगह 31 मई तक आवेदन लिए जाएंगे इसके बाद भी अगर कोई छात्र नामांकन लेने से वंचित रह जाते हैं तो 3 जून तक लेट फाइन के साथ आवेदन कर सकते हैं।