
ब्यूरो, नालंदा
नालंदा/बिहार : जिले के नूरसराय प्रखंड अंतर्गत डोईया गांव के निवासी सुनंदा कुमारी ने BPSC की परीक्षा पास कर जिले का नाम रौशन किया है। एक भाई और दो बहनों में सुनंदा कुमारी सबसे छोटी हैं ग्राम में ही रहकर पढ़ाई शुरू की और बिहार शरीफ के बड़ी पहाड़ी हाई स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास की । फिर किसान कॉलेज से इंटर करने के बाद चेन्नई जाकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की।
दो बार प्राइवेट कंपनियों में नौकरी मिलने के बाद भी उनके मन में जनता की सेवा करने का प्रयास रहा और प्राइवेट नौकरी को छोड़ कर दिल्ली में रहकर बिहार प्रशासनिक सेवा संघ की तैयारी शुरू कर दी। मुखर्जी नगर के आस्था कोचिंग इंस्टीट्यूट में इसकी तैयारी में पूरी तरह लग गई और दूसरी बार में ही सफलता हासिल कर पूरे राज्य में जिले का नाम रोशन किया।
“द रिपब्लिकन टाइम्स” से सुनंदा कुमारी ने बताया की पिता नवल किशोर प्रसाद और माता मीना कुमारी के मार्गदर्शन में यह तैयारी कर हम सफलता पाएं हैं। इसलिए मैं इस सफलता का श्रेय मैं अपने माता पिता और गुरु को देना चाहूंगा।
सुनंदा की माँ, मीना कुमारी नूरसराय प्रखंड के ही परयौना मिडिल स्कूल की शिक्षिका है। जबकि पिता एक किसान है। एक खास बातचीत में सुनीता कुमारी ने बताया कि मैं अभी भी भारतीय प्रशासनिक सेवा संघ (UPSC)की तैयारी में लगी हूं और चाहती हूं कि मैं पूरे देश में बिहार और जिले का नाम रौशन करू ।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि मैं प्राइवेट नौकरियां इसलिए छोड़ दी की इस नौकरी में रहकर जनता की सेवा करना असंभव था। इसलिए हमने प्रशासनिक सेवा में आने का बचपन से ही मन बनाया था ताकि हम गरीब, असहाय, किसान, मजदूरों की सहायता कर सकूंगी। सुनंदा कहती है कि मैं सभी छात्र और छात्राओं को यह संदेश देना चाहूंगी कि कभी भी असफलता से नहीं घबराना चाहिए । इसलिए की असफलता ही सफलता का मार्गदर्शन तय करती है । मेहनत और जुनून किसी भी चीज को पाने के लिए अगर है तो यह संभव है कि उसे पाया जा सकता है।
सुनंदा कुमारी ने अपनी सफलता पर जिला वासियों को आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया।