मधेपुरा : नौजवानों के जत्थे का हुआ जोरदार स्वागत, अम्बेडकर छात्रावास में जातिवादि शिक्षा प्रणाली की तीखी आलोचना

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महताब अहमद
ब्यूरो, मधेपुरा

मधेपुरा/बिहार : संवाद, समता और दोस्ती का पैगाम लेकर निकले युवाओं के जत्थे का मधेपुरा टाउन में जोरदार स्वागत हुआ। इस दौरान बी.एन. मंडल विश्वविद्यालय अंतर्गत विभिन्न गांवों के युवाओं से विभिन्न मुद्दों पर भी बात चीत हुई । इस दौरान छात्रों ने अवगत कराया कि कैसे विश्वविद्यालय भ्रष्टाचार और सरकार के लापरवाही का शिकार है। एक तरफ पैसा या जाति के दम पर परीक्षा में नंबर बढ़ाये जाते हैं, वही दूसरी तरफ फर्जी जाती प्रमाण-पत्र बना कर लोग यहां नौकरियां हासिल कर लेते हैं, पर 3 वर्षीय डिग्री पांच या छ: साल में ही छात्रों को खत्म करने का मौका मिलता है।

मधेपुरा के वरिष्ठ नागरिक राजेश ने 10% सवर्ण छात्रवृत्ति की आलोचना करते हुए कहा कि यह 10% या 50% की बात नही, यह देश के दलित बहुजन युवाओं के 100% अधिकार के हनन का मसला है और जब तक युवा जागेंगे नहीं तब तक उनका, अमीरों और ऊंची जातियों के सत्ताधारियों छात्रनायक के द्वारा बाकी देश की तरह यहां पर भी भगवाकरण कर दिया जाएगा जिसका असर साफ दिख रहा है। सिंघेश्वर मंदिर के पुजारी को सीनेट सदस्य और सिंघेश्वर मंदिर के पुरोहित को भी हाल ही में सीनेट का सदस्य बनाया लिया गया ।

इस दौरान गीत और बात चीत के माध्यम से इस निष्कर्ष पर पहुचा गया कि हिंदुत्ववादी ताकत वाट्सअप, फेसबुक और हमारी सांझी संस्कृति पे कब्जा कर हमारे दिमागों पे कब्जा कर रही है, दलित छात्रों द्वारा हिन्दू धर्म का प्रचार करवा रहे हैं। युवाओं को मंदिर-मस्जिद के नाम पर लड़ाया जा रहा है। छात्रनेता मुन्ना ने ऐसे पहल को अपना पूरा समर्थन देते हुए कहा कि सभी युवाओं को शिक्षित एवं संगठित हो कर लड़ना पड़ेगा, अपने गांव के मुद्दों को उठाना पड़ेगा, शिक्षा के निजीकरण के खिलाफ आवाज़ मज़बूत करना पड़ेगा।

इस दौरान मधेपुरा जिला मुख्यालय स्थित कॉलेज चौक पर सरकार के अच्छे दिन के वादों पे सवाल उठाते हुए युवाओं ने नुक्कड़ सभा कर, नाटक का भी मंचन किया । जिसके तहत ट्यूशन की मार, रोजगार के अवसरों की कमी, बेरोजगारी पर बजट में चूप्पी जैसे अनेक सवालों को उठाया गया।

इस दौरान कोसी नवनिर्माण मंच के इंद्रजीत ने कोसी क्षेत्र के सभी युवाओं से आह्वान किया कि वे आपस की दोस्ती को मज़बूत कर अपने और परस्पर के मुद्दों पर सवाल उठाए और संघर्ष करे, चाहे इसके लिए मार खानी पड़े या जेल जाना पड़े।

जन आंदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय, (NAPM) के राष्ट्रीय संयोजक महेंद्र यादव के नेतृत्व में उपस्थित सभी युवाओं ने धर्म, जाति और नफरत की भावनाओं के खिलाफ सत्ता के ढांचों और जुमलेबाजी की सरकारों के खिलाफ अपने मुद्दों को उठा कर एकजुट होने का संकल्प भी लिया।

यात्रा में शामिल सांस्कृतिक टोली द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से शिक्षा की स्थिति, सामाजिक लैंगिक भेदभाव को उठाते हुए लोगों को सोचने के लिए बाध्य किया। वही क्रांतिकारी गीतों व जनवादी नारो के साथ युवाओं के अधिकार की हुंकार भरी।

इस दौरान युवाओं से एक सर्वे फार्म भरवाकर, युवाओं के मुद्दों को एकत्र भी किया गया। बाताया गया कि यह यात्रा ३० दिनों में बिहार के ३० जिले जाएगी और अंत मे सावित्री बाई फुले के परिनिर्माण दिवस पर पटना में युवाओं के मुद्दों पर जुगलबंदी करेगी।

 इस यात्रा के मुख्य आयोजकों में जन आन्दोलनों का राष्ट्रीय समन्वय, बिहार आंबेडकर स्टूडेंट फोरम, जन जागरण शक्ति संगठन, आल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन, आल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन, आल इंडिया यूथ फेडरेशन, बिहार महिला समाज, दिशा छात्र संगठन शामिल हैं।
स्थानीय आयोजन कोशी नव निर्माण मंच द्वारा कराया गया। यात्रा टोली की तरफ से डोली कुमारी, मधु, रेणु कुमारी, विजयशोहिनी, तन्मय, सौरभ, ज्योति, जितेन्द्र, अभिषेक, सुलोचना और मनोज ने भी अपने विचार व्यक्त किये।


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