मुजफ्फरपुर/बिहार : आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. हेम नारायण विश्वकर्मा ने मुज़फ्फरपुर के पूर्व लोकप्रिय सांसद,मजदूर नेता और समाजवादी जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि स्व. फर्नाडीस उन चंद राजनेताओं में से एक थे जिन्होंने जाति,धर्म और क्षेत्रीय पहचान से ऊपर उठ राष्ट्रीय राजनीति पर एक अमिट छाप छोड़ी।
आपातकाल के खिलाफ उनके भूमिगत संघर्ष ने उन्हें एक प्रमुख विपक्षी नेता के रूप में पहचान दी। बिखरे बाल और हाथ में बेड़ी वाली उनकी एक तस्वीर उस दौर की सबसे यादगार तस्वीरों में एक है।
श्री फर्नांडिस ‘संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर चुनावी राजनीति में जोरदार प्रवेश करते हुए फर्नांडिस ने 1967 में दक्षिण मुम्बई निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के अनुभवी नेता एस.के.पाटिल को मात दी थी।
फर्नांडिस ने एक कुशल मजूदर नेता के तौर पर 1974 में रेलवे हड़ताल में हिस्सा लिया, जिससे देशभर में रेल सेवाएं प्रभावित हुईं और उसे कुचलने के लिये सरकार की ओर से व्यापक कार्रवाई की गई। इसके बाद उन्होंने बिहार के मुजफ्फरपुर का रुख किया, जहां से उन्होंने 1977 में चुनाव जीता।
जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार में उन्हें उद्योग मंत्री बनाया और उनके कार्यकाल में बहुराष्ट्रीय कंपनियों कोका कोला और आईबीएम को अपने भारतीय कारोबार बंद करने पड़े क्योंकि उन्होंने सरकारी नियमनों को काफी कठोर कर दिया था। फर्नांडिस कभी अपने जीवन और सिद्धांतों से समझौता नहीं किया, आने वाले समय मे भारतीय राजनीति और देश में उनकी कमी खलती रहेगी।