दिल्ली निवासी मॉडल व अभिनेत्री रितिका गुलाटी ने कहा-‘‘मेरी समझ में नहीं आता कि दूसरों को हमारे पहनावे पर इतना हो हल्ला करने की जरुरत क्यों महसूस होती है? हर इंसान को अपनी पसंद की पोशाक पहनने की आजादी है, मैं इंटरनेशनल मॉडल हूं। अब तक सैकडों अवसरों पर मैं बिकनी पहन चुकी हूं। मैं तो किंगफिशर के कलेंडर के लिए बिकनी मॉडल रह चुकी हूं। मैंने 2012 में ‘मिस दिल्ली’ का खिताब जीता था, तब से मॉडलिंग करती आ रही हूं। बिकनी पहनने को लेकर मैं बहुत कम्फर्टेबल हूं। इसलिए मुझे इस फिल्म के लिए बिकनी सीन देने में कोई समस्या नजर नहीं आयी।
अभिनेत्री ने कहा कि यह मेरा काम है। कलाकार के तौर पर हमें अपने प्रोफेशन के प्रति ईमानदार होना ही चाहिए। वैसे मेरी निजी जिंदगी अलग है। मेरी समझ में नहीं आता कि जब भी कोई नई अदाकारा बिकनी पहनती है, तो लोग नाक भौं सिकोड़ने लगते हैं। पर जब बड़ी व मशहूर अभिनेत्रियां परदे पर बिकनी पहने हुए नजर आती हैं, तो लोग उनकी तारीफ करते हुए नहीं थकते। वैसे यदि आप सफल हैं, तो आप जो कुछ करते हैं, वह फैशन कहलाता है। पर यदि आप असफल हैं, तो लोग आपके अंदर सौ बुराइयॉं ढूढ़ लेते हैं। यह दोहरा मापदंड तो गलत है। जब मैने पहली बार मॉडलिंग करते हुए बिकनी पहनी थी, तो मेरे घर के लोगों को अटपटा सा लगा था। पर धीरे धीरे उनकी समझ में आ गया कि यह मेरे काम का एक हिस्सा है। वैसे फिल्म ‘लव के फंडे’ की कहानी व मेरे किरदार की मांग के अनुरूप ही मैने बिकनी पहनी है या लव मेकिंग सीन किए हैं।