किशनगंज : रक्तदान महादान है, जिससे कई जानों को बचाई जा सकती है-डीएम

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शशिकान्त झा
वरीय उप संपादक

किशनगंज/बिहार : रक्तदान महादान है, जिससे कई जानों को बचाई जा सकती है । उक्त बातें जिले के डी एम महेन्द्र कुमार ने सदर अस्पताल परिसर स्थित ब्लड बैंक में कही । जहां ये सामुहिक रुप से दीप प्रज्वलित कर “मेगा रक्तदान शिविर का उद्घाटन कर रहे थे ।

उद्घाटन के बाद डी एम महेन्द्र कुमार, डी डी सी यशपाल मीणा, ए डी एम फिरोज अख्तर एवं बाल विकास परि.पदाधिकारी ने रक्तदान किया । जैसाकि डी एम किशनगंज ने इस जिले में योगदान देने के साथ हीं प्रशासनिक कार्यों के अतिरिक्त समाजिक कार्यों में भी अपनी अभिरुची दिखाने लगे । कहीं खेलकूद, तो कहीं सफाई और इसके अलावे कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों सहित फरोग़ ए उर्दू आदि के कार्यक्रमों में भी अपनी सहभागिता अपनाई और जब रक्तदान शिविर के उद्घाटन का बुलावा आया तो उद्घाटन के साथ हीं ये रक्तदान के लिए पहली पेशकश की । जहां इनके साथ डी डी सी यशपाल मीणा, एस डी एम फिरोज अख्तर एवं बाल विकास पदाधिकारी प्यारे मांझी ने सहभागिता निभाई। सच्चाईयों की जानी जाय तो खून का कोई उत्पादन नहीं होता है और ना हीं इसका कोई विकल्प है । इसे मात्र दान देकर हीं बैंक का स्वरुप दिया जा सकता है । जिसके लिए एस एस बी, बी एस एफ एवं अन्य पारामिलीट्री का सहयोग तथा कई स्वयंसेवी संस्थाओं के योगदान को भुला पाना असंभव होगा । कई ऐसी भ्रांतियां लोगों में फैली हुई है कि -रक्तदान से कमजोरी होती है, लोग बीमारियों का शिकार हो जाते हैं को जिले के सबसे ऊंचे ओहदे पर बैठे पदाधिकारियों ने निर्मुल सावित कर दिया है ।

सभी पदाधिकारियों का कहना था कि -जिला के प्रत्येक गांव के पांच प्रतिशत जागरुक नौजवान अगर रक्तदान का बीड़ा उठा लें तो “किशनगंज में खून की कमियों से मरने बालों की संख्याऐं शून्य के पार जा सकती है “। जिसके लिए रेडक्रॉस सोसाईटी एवं अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं के द्वारा जागरुकता अभियान चलाकर व्लड बैंक की परिभाषाओं को बदला जा सकता है । जैसा कि देखने को मिल जाता है कि -किसी को अमुख ग्रूप के व्लड की जरुरत है जैसी खबरें सोशल मिडिया में छायी रहती है तो क्यों ना हम रक्तदान के माध्यम से अपना और लोगों का जान बचाने में सहायता करें । अगर रक्तदान से निर्धन, लाचार, असहाय और आम जीवन को बचाया जा सकता है, तो आईऐ एकजूट होकर हम रक्तदान करें ।

यह अभिव्यक्ति रक्तदान करने बाले डी एम, डी डी सी, एस डी एम एवं अन्य पदाधिकारियों की है तो हमारे कदम आगे आने चाहिए ताकि सभी मायनों में “किशनगंज ” सबसे ऊंची सीढ़ियों पर दिखे । निश्चित रुप से रक्तदान करने वाले शीर्षस्थ पदाधिकारियों की यही सोच है, जिस पर पूरे जिलेवासियों को विचार करना होगा ।

शिविर में किशनगंज के मुख्यचिकित्सा पदाधिकारी डा.सुदर्शन, रेडक्रास सोसाईटी सचिव मिक्की साहा, प्रमुख व्यवसायी जे.के.अग्रवाल, आर.के.दफ्तरी, उत्तम मित्तल, एस.एस.कुंदन, शंकर लाल माहेश्वरी, धनंजय जयसवाल, अनिल कुमार आर्या, सौरभ, गगन तथा गायत्री परिवार के राष्ट्रपति पुरष्कार से पुरस्कृत पूर्व शिक्षक श्यामानंद झा की महत्वपूर्ण उपस्थिति थी ।


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