मधेपुरा/बिहार : उर्दू जाने-माने पत्रकार, अनुवादक व लेखक साबिर रजा रहबर को बीएन मंडल विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्रदान की गयी. उन्होंने अपना शोध पत्र डॉ. मुहम्मद अमानुल्लाह खान की देखरेख में लिखा है। उनके शोध का विषय था, “उर्दू में खाका निगारी कि रिवायत और मुजतबा हुसैन के खाके”। 30 सितंबर को बीएन मंडल विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग में उनका ओपन वाइवा हुआ। उनके बाह्य परीक्षक अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. कमरुल हुदा फरीदी थे। वाइवा के दौरान उन्होंने और अन्य प्रतिभागियों ने कई प्रश्न पूछे, जिनका विद्वान ने संतोषजनक उत्तर दिया। उत्तर से संतुष्टि व्यक्त करते हुए, परीक्षक ने शोध विद्वान साबिर रज़ा रहरबर को पीएचडी की डिग्री प्रदान करने की सिफारिश की।
साबिर रजा ने इस सफलता पर अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि यह एक सपने का पूरा होना है. उन्होंने इसे अपनी मां की प्रार्थनाओं का फल बताया और कहा कि हालांकि उनकी मां मुश्किल से काला अक्षर पहचान पाती थीं, लेकिन वह उच्च शिक्षा के महत्व से अच्छी तरह वाकिफ थीं। उन्होंने सभी शिक्षकों, विशेषकर कार्यवाहक डॉ. मुहम्मद अमानुल्लाह खान और उर्दू विभागाध्यक्ष डॉ. मुहम्मद एहसान का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उनके सफल मार्गदर्शन और समर्थन के बिना यह असंभव होता। डॉ. मुहम्मद एहसान ने मुजतबा हुसैन के साथ लंबा समय बिताया और उनकी देखरेख में ई. टीवी उर्दू पर मुजतबा हुसैन की रचनाओं पर आधारित 52 एपिसोड का धारावाहिक “अजब मिर्ज़ा ग़जब मिर्ज़ा” समापन चरण पर पहुँचा था।
बता दें कि साबिर रज़ा रहबर एक पत्रकार होने के साथ-साथ एक सफल अनुवादक और कई किताबों के लेखक भी हैं। उनकी कई किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। हाल ही में आई किताब ‘सब रंग’ को अकादमिक और साहित्यिक जगत में काफी सराहना मिली है। इस सफलता पर शिक्षकों एवं मित्रों ने उन्हें बधाई देते हुए शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
ओपन वाइवा में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. कमरुल हुदा फरीदी, बीएन मंडल विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग के अध्यक्ष डॉ. मुहम्मद एहसान, उर्दू विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. मुहम्मद अमानुल्लाह खान, प्रोफेसर विनय कुमार चौधरी, डीन मानविकी संकाय के प्रोफेसर हिंदी विभाग के अध्यक्ष ओशा सिन्हा, प्रोफेसर राजीव मलिक पूर्व पीवीसी सह अंग्रेजी विभाग के वर्तमान अध्यक्ष प्रो. इंतेखाबुर्रहमान, डॉ. अशोक कुमार, डीन वाणिज्य संकाय, डॉ. योगेश कुमार, डॉ. मुहम्मद शाहिद, डॉ. मुहम्मद अबुल फजल, डॉ. पंचानंद मिश्र, डॉ. इम्तियाज अंजुम, डॉ. मोहम्मद सज्जाद अख्तर, डॉ. निजामुद्दीन अहमद, शोध छात्र मुहम्मद शौकत, मुहम्मद साद कमाल और कायनात परवीन सहित बड़ी संख्या में अन्य शोधार्थी और पीजी छात्र उपस्थित थे।