मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : मुरलीगंज में कुछ माह पूर्व एक अवैध नर्सिंग होम में एक महिला का इलाज के दौरान गर्भाशय काटकर निकाल लेने के मामले की जांच करने के लिए मंगलवार को मधेपुरा सिविल सर्जन के साथ सदर एसडीएम और महिला आयोग की टीम मुरलीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। टीम के अस्पताल पहुंचते ही हड़कंप मच गया। जांच टीम में शामिल पदाधिकारीयों ने पीड़ित महिला व नर्सिम होम के संचालक से पूछताछ की।
जांच के दौरान सिविल सर्जन डा. मिथिलेश ठाकुर ने बताया कि पीड़िता के पति उमेश पासवान ने लिखित शिकायत की थी कि उनकी पत्नी नूतन देवी का अवैध निजी अस्पताल में गलत तरीके से ऑपरेशन कर आधा गर्भाशय निकाल लिया गया है। जांच के दौरान पाया गया कि पीड़ित महिला का पूरा गर्भाशय निकाला गया है जबकि गर्भाशय निकालने की कोई जरूरत नही थी। सिविल सर्जन ने बताया कि अवैध नर्सिंग होम में अवैध लोगों के द्वारा यह कार्य किया गया है और यह एक अपराध है। साथ ही बताया कि पीड़ित महिला का अल्टासांउंड करवाया जा रहा है। अल्टासाईंड के बाद हर बिंदुओ पर जांचकर वरीय पदाधिकारी को रिर्पोट सौंपी जायेगी।
बता दे कि बीते दिसंबर माह मे नूतन देवी (28) का अवैध नर्सिंग होम में इलाज के दौरान गर्भाशय निकाल दिया गया था। गलत तरीके से गर्भाशय निकालने की वजह से पीड़ित महिला की तबियत काफी बिगड़ गई, जिसके बाद पीड़िता के पति ने उक्त घटना की लिखित शिकायत मुख्यमंत्री, कमीशन, जिलाधिकारी, सिविल सर्जन और महिला आयोग को किया। शिकायत पर करीब छह महीने बाद विभिन्न विभागों के पदाधिकारीयों की टीम जांच करने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची।
जांच टीम में एसडीएम धीरज कुमार सिन्हा, सहायक निदेशक समाज कल्याण विभाग के पदाधिकारी, एसीएमओ और महिला आयोग की टीम उपस्थित थे।
मिथिलेश कुमार की रिपोर्ट