पटना/बिहार : बिहार की 40 लोकसभा की सीटों में उत्तर बिहार की सिवान सीट सबसे ज्यादा चर्चा में यहां से वर्तमान में जदयू की एकमात्र महिला सांसद है, कविता सिंह जो हिंदू वाहिनी के चर्चित नेता अजय सिंह की पत्नी है। कविता सिंह सांसद बनने से पहले सिवान के दरौंदा विधानसभा क्षेत्र से विधायक थी इनकी शादी काफी अनूठे ढंग से हुई थी, अजय सिंह की माता जगमातो देवी दरौंदा से विधायक थी। उनके निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी नीतीश कुमार ने टिकट देने से पहले शर्त रखी की अजय सिंह विवाह करें। फिर आनन-फानन में पितृपक्ष में कविता सिंह का विवाह अजय सिंह के साथ हुआ और उसके बाद जदयू का टिकट मिला और कविता सिंह चुनाव जीतने में सफल रही, उसके बाद 2015 मे बिहार विधानसभा के चुनाव में भी कविता सिंह रिकॉर्ड मतों से यहां से चुनाव जीती, जदयू ने लोकसभा चुनाव के समय में कविता सिंह पर दांव लगाया और उसका दांव सफल रहा।
कविता सिंह को 2019 मे भाजपा के निवर्तमान सांसद ओम प्रकाश यादव का टिकट काट कर टिकट दिया गया था, चुनाव के समय ओम प्रकाश यादव ने कविता सिंह का विरोध किया था कविता सिंह के खिलाफ पिछली बार यहां से पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हीना साहब राजद की उम्मीदवार थी। जिन्हें कविता सिंह ने मात दी थी, इस बार हालात बदले हुए हैं, राजद जदयू कांग्रेस और वामपंथी दल महागठबंधन के रूप में एकजुट है, जबकि दूसरी तरफ भाजपा है, अब महागठबंधन के सामने दुविधा यह है कि सीट से टिकट किसे दिया जाए। सबसे प्रबल दावेदार वर्तमान सांसद कविता सिंह है तो दूसरी ओर शहाबुद्दीन के निधन के बाद उपजी सहानुभूति में हिना साहब यहां से राजद की टिकट चाहती है, भाजपा के पूर्व एम एल सी टुन्ना जी पांडे भी राजद के टिकट के दावेदारों में सबसे ऊपर है।
सूत्र बताते हैं कि बिहार विधानसभा के वर्तमान अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी पर भी दांव लगाया जा सकता है जबकि दूसरी तरफ भाजपा की बात करें तो पूर्व सांसद ओम प्रकाश यादव पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे प्रबल दावेदारों में शामिल है। हालांकि राजपूत बिरादरी से आने वाले भाजपा विधायक करणजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह भी तैयारी में लगे हुए है। वर्तमान सांसद कविता सिंह के पति अजय सिंह कहते हैं कि सिवान सीट पर किसी की दावेदारी नहीं है जो वर्तमान है वही भविष्य होगा। उनके नेता नीतीश कुमार है नीतीश कुमार के नेतृत्व में उनकी आस्था है। सांसद कविता सिंह का परफॉर्मेंस उत्कृष्ट रहा है पार्टी की गतिविधियों में भी सक्रिय है। क्षेत्र में भी लोगों से सीधे कनेक्ट है ऐसे में 2024 में यह सीट जदयू के पास ही रहेगी और कविता सिंह ही उम्मीदवार होगी।
अनूप नारायण सिंह की रिपोर्ट