बिहार दिवस को औपचारिकता में बांधने का एआईवाईएफ ने लगाया जिला प्रशासन पर आरोप

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मधेपुरा/बिहार (प्रेस विज्ञप्ति) : वाम युवा संगठन एआईवाईएफ जिला अध्यक्ष हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने डीएम को पत्र लिख दस दिन शेष होने तक पहल नहीं होने पर कड़ी नाराजगी जताई है। संगठन के जिला अध्यक्ष हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि अभी तक आयोजन की पहल तो दूर सुगबुगाहट भी शुरू नहीं हो पाई है जो आश्चर्यजनक है। विगत कुछ वर्षों में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित होने वाले आयोजनों, जिसमें विशेषकर कई राजकीय महोत्सवों, जिला स्थापना दिवस, बिहार दिवस को औपचारिकता में बांध कर रख दिया गया है, जिससे जहां वृहद स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद, विभिन्न स्तरों पर प्रतियोगिता, प्रतिभाओं का सम्मान आदि बीते दिनों की बात हो चली है वहीं आयोजन के नाम पर खानापूर्ति की परंपरा शुरू हो चली है।

एआईवाईएफ के लगातार आवाज उठाने और जिला प्रशासन की बैठक में निर्णय के बाद भी बिहार बोर्ड के टॉपर्स, युवा महोत्सव में जिला को गौरवान्वित करने वाले प्रतिभाओं का सम्मान नहीं करने की जितनी निंदा की जाए वो कम है लगातार मांग के बाद भी जिला प्रशासन की हठधर्मिता कुछ ऐसी है कि कई महीनों बाद भी सम्मान की पहल नहीं की गई। कुछ वर्ष पहले तक जिला प्रशासन द्वारा ऐसी उदासीनता नहीं रहती थी। ऐसे विभिन्न स्तरीय आयोजनों से प्रशासन व आम जनता को भी जुड़ने का अवसर प्राप्त होता था और जिला प्रशासन की गति विधि व उपलब्धि से जुड़ने का मौका भी मिलता था जो अब नहीं होता है। लिखे पत्र में राठौर ने संगठन की ओर से कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि दस दिन पहले तक आयोजन के लिए जिला प्रशासन द्वारा पहल नहीं होने से एक बार और आयोजन की खाना पूर्ति कर फंड के बंदर बांट की संभावना बढ़ने लगी है जो दुखद है और एक गलत परंपरा की शुरुआत भी।

राठौर ने डीएम से आग्रह किया है कि अविलंब इस मामले पर संज्ञान लेते और शीघ्रता शीघ्र यथा संभव बेहतर आयोजन की पहल हो। राठौर ने जिला प्रशासन को आगाह भी किया कि जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में अगर यही रवैया रहा तो जिला प्रशासन के प्रति लोगों की नाराजगी बढ़ने और आंदोलनित होने से इंकार नहीं किया जा सकता।


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