उदाकिशुनगंज पुलिस को मिली बड़ी सफलता, अंतरजिला कोरेक्स व्यापारी चढ़ा पुलिस के हत्थे

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उदाकिशुनगंज/मधेपुरा/बिहार : उदाकिशुनगंज पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी। कोसी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित नशीली दवाओं की बिक्री करने वाला अंतरजिला व्यापारी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। बताया जाता है पुलिस गिरफ्त में आए कारोबारी का कारोबार उदाकिशुनगंज अनुमंडल तक हीं सीमित नहीं था बल्कि व्यापारी ने अपना मकड़जाल मधेपुरा, सहरसा, भागलपुर जैसे जिलों तक फैला लिया था। वह नशीली दवाओं की डिलीवरी विभिन्न जिलों में जाकर देता था। क्षेत्र के युवक बुरी तरह से नशे की जद में आ गए है,  नशे की वजह से कई युवाओं की मौत भी हो चुकी है। पुलिस को कई माह से इस व्यापारी की तलाश थी।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को अहले सुबह लगभग साढ़े सात बजे पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि बड़े पैमाने पर नशीली दवाइयों की डिलीवरी हो रही है। वैष्णवी मेडिकल हॉल के संचालक बिट्टू कुमार और उनके अन्य जिलों के साथी के द्वारा डिलीवरी की तैयारी की जा रही है। सूचना मिलते छापेमारी और धड़ पकड़ के लिए पुलिस निकल जाती है। बताया जाता है कि पुलिस जब वहाँ पहुंची तो  वैष्णवी मेडिकल हॉल संचालक के आंगन और मेडिकल के पीछे से कार्टून में कोरेक्स की कई पेटी निकाली जा रही थी, एक अपाची पर दो बाइक सवार कोरेक्स लेकर डिलीवरी के लिए निकल रहा था। दोनों युवक मिथलेश कुमार पिता चंदन मंडल साकिन रघुनाथपुर वार्ड संख्या 15 व राजा कुमार पिता राजकिशोर यादव साकिन बैलट्ठा वार्ड संख्या 04 थाना बसनही जिला सहरसा का रहने वाला है। दोनों युवक जब डिलीवरी लेकर निकल रहा तब पुलिस उसका पीछा करने लगी।

उदाकिशुनगंज दुर्गा मंदिर के समीप दोनों युवक को पुलिस ने पकड़ लिया। दोनों ने वहाँ से भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने धर दबोच कर  दोनों को हिरासत में ले लिया और पूछताछ और स्वीकार्य बयान में मिथलेश कुमार ने वैष्णवी मेडिकल संचालक सोमनाथ पोद्दार उर्फ बिट्टू पोद्दार पिता कमलेश्वरी पोद्दार वार्ड संख्या 09 के निवास का पता बताया और उसी से कोरेक्स खरीदकर बेचने की बात कही। युवक के निशानदेही पर जब पुलिस वहाँ पहुँच कर छानबीन की तो वैष्णवी मेडिकल संचालक बिट्टू कुमार के घर के आंगन और मेडिकल के पीछे 10 पेटी कोरेक्स बड़ी मात्रा में पाया गया। जिसमें बोतलों की संख्या 2हज़ार और कुल 200 लीटर कोडीन युक्त पाया गया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मेडिकल संचालक बिट्टू को दोनों युवकों के निशानदेही पर हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान मेडिकल संचालक बिट्टू ने कोरेक्स बेचने की बात पुलिस के समक्ष स्वीकार किया है।

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जानकारी के मुताबिक बिट्टू कुमार कई वर्षों से मेडिकल संचालन के आड़ में नशीली दवाईयों का कारोबार करता था। जिसका जाल कोसी क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में फैला हुआ था। बिट्टू ने अपने पत्नी के नाम से मेडिकल का लाइसेंस लिया है। जिससे वह खुलेआम नशीले कोरेक्स की बिक्री करता है। कुछ दिनों पहले वहीं पास में स्थित क्लिनिक से नवजात बच्चों के खरीद फरोख्त का ऑडियो भी वाइरल हुआ लेकिन बताया जाता है कि मेडिकल माफिया और सवस्थ्य विभाग के अधिकारियों के मिलीभगत से बच गया।

प्रिंस कुमार मिट्ठू की रिपोर्ट


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