एच एस कॉलेज के साथ विश्वविद्यालय अपना रहा सौतेला व्यवहार-राठौर

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फ़ाइल फ़ोटो : भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय
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मधेपुरा/बिहार : एच एस कॉलेज उदाकिशुनगंज में प्रतियोनिजित एस एन एस कॉलेज सहरसा के तीन आदेशपाल के चौबीस मार्च को योगदान देने के बाद लगातार अनुपस्थित रहने के और इसकी शिकायत करने के बाद भी उन पर कारवाई के बजाय उनके वेतन भुगतान पर एआईएसएफ के छात्र नेता हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कड़ा ऐतराज जताते हुए इसे विश्वविद्यालय में अनुशासन हीनता की पराकाष्ठा बताया ।

उन्होंने कहा कि चौबीस फ़रवरी को कुलसचिव द्वारा अधिसूचना जारी कर तुरन्त योगदान देने को कहा गया था लेकिन योगदान देने में कर्मचारियों ने मनमानी की थी जिसके बात कुलपति को मामले से अवगत कराते हुए आंदोलन की चेतावनी देने के बाद जारी अधिसूचना के एक माह बाद चौबीस मार्च को इन कर्मचारियों ने योगदान दिया और फिर इसके बाद लगातार अनुपस्थित हैं। जिसकी सूचना कॉलेज के प्राचार्य  द्वारा विश्वविद्यालय व उक्त कॉलेज के प्राचार्य को लिखित रूप से करने के बाद कारवाई की जगह उनका वेतन भुगतान कर दिया गया वहीं सूत्रों की माने तो उनसे मोटी रकम लेकर उनको पुनः पैतृक कॉलेज भेज दिया गया है।

राठौर ने कुलपति से मांग किया है कि उक्त मामले की गंभीरता से जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जरूरत है।वहीं उन्होंने विश्वविद्यालय पर आरोप लगाया कि एच एस कॉलेज प्रशासन के लगातार शैक्षणिक माहौल बनाने में विश्वविद्यालय सौतेला व्यवहार कर रहा है जो दुखद है। संगठन की ओर से उन्होंने मांग किया कि उदाकिशुनगंज अनुमंडल के एक मात्र उस कॉलेज को संयुक्त पहल कर शैक्षणिक माहौल बनाने की जरूरत है। एआईएसएफ नेता राठौर ने साफ शब्दों में कहा कि संगठन पूरी तरह एच एस कॉलेज में शैक्षणिक माहौल बनाने और हर सम्भव प्रयास को कटिबद्ध है।अविलंब अगर कर्मचारी प्रकरण में  कॉलेज के साथ न्याय नहीं हुआ तो संगठन आरपार को विवश होगा।

मो० नियाज अहमद
ब्यूरो, मधेपुरा

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