मधेपुरा/बिहार : रविवार की सुबह जिला मुख्यालय के पश्चिमी बाईपास के सड़क किनारे झाड़ी में एक युवक का शव मिलने से शहर भर में सनसनी फैल गई . युवक के गले पर रस्सी से गला दबाने का तथा चाकू का निशान था. ऐसा अंदेशा लगाया जा रहा है कि युवक को रस्सी से गला दबाकर तथा चाकू घोंपकर मारा गया तथा लाश को झाड़ी में फेंक दिया गया. सुबह-सुबह घूमने को निकले लोगों ने तथा खेतों में काम करने वाले मजदूरों ने युवक के शव को झाड़ी में देखा. शव देखते ही आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने शव मिलने की सूचना सदर थाने को दिया. सूचना मिलते ही सदर थाने से पुलिस बल स्थल पर पहुंचकर, शव को कब्जे में लिया तथा पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. वही इधर शव मिलने की सूचना पूरे शहर में आग की तरह फैल गई.
दीपक और पत्नी शिल्पा में था अनबन, रहते थे दोनों अलग-अलग : युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया तो वहां युवक की पहचान जिला मुख्यालय के गुलजारबाग वार्ड नंबर 20 निवासी लक्ष्मण महतो के 35 वर्षीय पुत्र दीपक कुमार के रूप में की गई. दीपक शनिवार की देर शाम लगभग सात बजे घर से निकला था जिसके बाद वह लौट कर घर नहीं गया. जिसके बाद लोगों ने दीपक के परिजनों को इसकी सूचना दी. सूचना मिलने के उपरांत दीपक के भाई समेत अन्य परिजनों ने सदर अस्पताल पहुंचकर दीपक का सब होने की पुष्टि की. परिजनों ने बताया कि दीपक शनिवार की देर शाम लगभग सात बजे से घर से निकला था, उसके बाद घर नही लौटा था. उनलोगों ने रात भर उसकी खोजबीन की, लेकिन कहीं पता नहीं चला. सुबह दीपक का शव मिलने की सूचना दी गई. मृतक के भाई मनोज महतो का कहना है कि दीपक की किसी तरह से किसी से दुश्मनी नहीं थी. वो बहुत ही शांत सभाव का लोग था. उन्होंने बताया कि 15 वर्ष पहले दीपक ने शिल्पा के साथ प्रेम विवाह किया था. लगभग छह महीने पहले उसकी पत्नी शिल्पा के साथ छोटी-मोटी घरेलू बातों पर अनबन हो गई थी. जिस कारण दोनों अलग रहते थे. दीपक को 14 व 12 वर्ष की दो पुत्री है.
किसी अनजान नंबर से दीपक को कॉल करके बुलाया गया, नहीं लौटा घर : मृतक के चचेरे भाई रॉकी ने बताया कि शनिवार की शाम लगभग सात बजे दीपक को किसी ने फोन करके बुलाया. जिसके बाद दीपक ने उसे अपना मोबाइल दिया तथा किसी के द्वारा कॉल करने की सूचना दी गई. दीपक ने उसे बताया कि वह कुछ देर में वह वापस नहीं लौट कर आता है तो कॉल किए गए नंबर पर फोन करके सूचना लेते रहे. जिसके बाद वह चला गया. रॉकी ने बताया कि कुछ देर तक जब दीपक वापस लौट कर नहीं आया तो उसने दीपक के द्वारा बताए गए नंबर पर कॉल किया तो रिंग हो लेकिन किसी कॉल रिसीव नहीं किया. उसके बाद दूसरी बार कॉल किया तो नंबर ऑफ आ रहा था. उसके बाद दीपक की खोजबीन की गई, लेकिन दीपक कहीं नहीं मिला. इधर सुबह तक लगातार उस नंबर पर कॉल की गई, लेकिन नंबर ऑफ का ऑफ आता रहा और सुबह में दीपक का शव मिलने की सूचना मिली.
इस बाबत पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार ने बताया कि शव मिलने की सूचना मिलते ही सदर थाने की पुलिस के द्वारा मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम किया गया है. दीपक के परिजनों के द्वारा लिखित आवेदन देने पर एवं पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जायेगी. सभी बिंदुओं पर जांच चल रही है. गुनाहगारों को किसी भी सूरत पर बख्सा नहीं जायेगा.