मधेपुरा/बिहार : . विश्वविद्यालय है, तो हम हैं और विश्वविद्यालय है तभी हम सभी यहां हैं.
यह बात बीएनएमयू कुलपति प्रो डा राम किशोर प्रसाद रमण ने कही. वे शुक्रवार को विश्वविद्यालय परिसर स्थित केंद्रीय पुस्तकालय सभागार में विश्वविद्यालय छात्र संघ के पदाधिकारियों एवं विश्वविद्यालय क्षेत्रांतर्गत सभी छात्र एवं युवा संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं ही समाज एवं राष्ट्र के भविष्य हैं. यह विश्वविद्यालय छात्र-छात्राओं के लिए ही है. छात्र-छात्राओं की समस्याओं का समाधान उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. वे सभी समस्याओं को दूर करेंगे. इसमें देर हो सकती है, लेकिन अंधेर कदापि नहीं होगा.
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शिक्षकों एवं कर्मचारियों के पद-सृजन के लिए किया जा रहा है ठोस पहल : कुलपति ने सभी पदाधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं से अपील किया कि सभी अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को निभायें एवं अपने-अपने स्वधर्म का पालन करें. जो जहां हैं, वहां से विश्वविद्यालय के बारे में सोचें और विश्वविद्यालय के हित में काम करें. कुलपति ने कहा कि छात्र संगठन विश्वविद्यालय के सहयोगी एवं पूरक हैं. छात्र संगठनों की मांगों से समस्याओं को जानने का अवसर मिलता है. कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग को और अधिक सुदृढ़ किया जायेगा एवं सत्र-नियमितिकरण के लिए हरसंभव कदम उठाये जायेंगे. हमारी यह कोशिश है कि सभी परीक्षायें यथासमय आयोजित हों एवं समय पर त्रुटिरहित परीक्षाफल प्रकाशित किया जाय. विभिन्न स्नातकोत्तर विभागों में शिक्षकों एवं कर्मचारियों के पद-सृजन के लिए ठोस पहल किया जा रहा है. स्नातकोत्तर स्तर पर कुछ नवीन विषयों की पढ़ाई प्रारंभ करने एवं रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के संचालन की दिशा में प्रभावी कदम उठाया जा रहा है. कुलपति ने बताया कि स्नातक एवं स्नातकोत्तर में छात्र-छात्राओं को नामांकन का अधिकाधिक अवसर देने के लिए सीट वृद्धि के लिए ठोस कदम उठाया जा रहा है.
सुविधानुसार प्रत्येक माह किया जायेगा छात्र-संवाद का आयोजन : कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय में सभी बुनियादी सुविधायें बहाल की जायेंगी एवं महिला छात्रावास शुरू किया जा रहा है. इसके लिए छात्रावास अधीक्षक की नियुक्ति की जा चुकी है. विश्वविद्यालय के साउथ कैंपस में पुलिस चौकी बनाने के लिए प्रयास किया जा रहा है. कुलपति ने कहा कि छात्र प्रतिनिधियों एवं छात्र-छात्रओं की सभी मांगों पर सकारात्मक पहल की जायेगी. एक-एक कर सभी समस्याओं का समाधान किया जायेगा. बैठक में कुलानुशासक डा विश्वनाथ विवेका ने कहा कि हम सभी पदाधिकारी एवं छात्रनेता के रूप में नहीं, बल्कि शिक्षक एवं छात्र के रूप में बात करें. शिक्षक-छात्र का संबंध सबसे पवित्र संबंध है. कुलसचिव डा कपिलदेव प्रसाद ने घोषणा किया कि सुविधानुसार प्रत्येक माह छात्र-संवाद का आयोजन किया जायेगा. जनसंपर्क पदाधिकारी डा सुधांशु शेखर ने कहा कि यहां के सभी छात्र प्रतिनिधि हमेशा विश्वविद्यालय के विकास के लिए तत्पर रहते हैं. यही कारण है कि हम जब भी बैठक बुलाते हैं, वे उसमें अपनी भागीदारी निभाते हैं.
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विश्वविद्यालय के विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा : बैठक में विश्वविद्यालय के विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई और आवश्यक निर्णय लिया गया. बैठक के अंत में अभियंता अवधेश कुमार राम के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया गया एवं उनके सम्मान में एक मिनट का मौन रखा गया.
बैठक में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, ऑल इंडिया स्टूडेंट यूनियन, भारतीय विद्यार्थी मोर्चा, छात्र रालोसपा, छात्र राजद, जन अधिकार छात्र परिषद, मधेपुरा यूथ एसोसिएशन, एनएसयूआई, एआईएसएफ, प्रांगण रंगमंच, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया आदि संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे. इस अवसर पर कुलपति के निजी सहायक शंभू नारायण यादव, राहुल यादव, हर्ष वर्द्धन सिंह राठौर, मनीष कुमार, सारंग तनय, शशि यादव, राजहंस राज, संजीव कुमार, रौशन कुमार बिट्टू, वसीउद्दीन उर्फ नन्हे, निशांत यादव, सौरभ कुमार, दिलीप कुमार दिल, ईशा अशलम, अभिषेक यादव, बिट्टू कुमार, अमोद आनंद, गरिमा उर्विशा, अमन कुमार रितेश, अभिषेक कुमार साह, ऋषिकेश, पिंटू यादव, राजू कुमार मन्नू, रविंद्र कुमार, नीरज कुमार, नवीन कुमार, किशोर कुमार, आर्यन सराफ, प्रिंस यादव, अक्षय सिद्धांत, राजदीप, प्रवीण कुमार, माधव कुमार, अरमान अली, राजा, अभिषेक, सुनीत साना, विकास, मनु महराज, सतीश राज, हिमांशु राज, उपेंद्र कुमार भरत, विवेकानंद कुमार, मुकेश कुमार, अमरेश कुमार अमर, विराज कश्यप, अमित कन्हैया, नीरज, राहुल, लक्ष्मण, रंजीत राज आदि छात्र प्रतिनिधि उपस्थित थे.