
संवाददाता, सदर
मधेपुरा
मधेपुरा/बिहार : छात्र अनेकानेक प्रतिभाओं के मिश्रण होते हैं और शिक्षकों का यह प्रथम दायित्व होता है कि उसमें से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को तलाश उसे समाज में नया इन्कलाब लाने व मुकाम पाने को प्रेरित करे। प्रतिभावान छात्र समाज व राष्ट्र की सर्वाधिक मूल्यवान पूंजी होती है।
उक्त बातें टीपी कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो के पी यादव ने वाम छात्र संगठन एआईएस एफ की ओर से अन्तर्राष्ट्रीय छात्र दिवस के अवसर पर युवा वैज्ञानिक आंनद विजय को विज्ञान रत्न सम्मान से सम्मानित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जिले को आंनद जैसी प्रतिभा पर नाज है जो निरन्तर अपनी प्रतिभा को समाज में कुछ नया करने को समर्पित कर चुके हैं।उन्होंने कहा कि आंनद को आगे बढ़ने में वो हर सम्भव सहयोग को तत्पर रहेंगे।
सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए संगठन के राज्य उपाध्यक्ष सह बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह ने कहा कि राज्य व राष्ट्रीय स्तर के विज्ञान प्रदर्शनी में आंनद की मिली उपलब्धि को चयन का आधार बनाया गया। वो विपुल प्रतिभा के धनी हैं विज्ञान के साथ साथ कला व अन्य क्षेत्रों में भी उनकी प्रतिभा उच्च कोटि की है। समाज को निकट भविष्य में उनसे बहुत सारी उम्मीदें हैं इस क्रम में संगठन उन्हें यथासंभव सहयोग प्रदान करेगा। एआईंएसएफ के वार्षिक विज्ञान रत्न सम्मान पाने के बाद आंनद विजय ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय छात्र दिवस के अवसर पर मिला यह सम्मान उन्हें और मज़बूरी से आगे बढ़ने को संकल्पित करेगा। उन्होने कहा कि समाज के प्यार और सम्मान का ही फल है कि हालात विपरित होने के बाद भी वो निरन्तर उन नई खोजों को तत्पर हैं जिससे समाज को लाभ मिल सके।कार्यक्रम का संचालन करते हुए संगठन के संयुक्त जिला सचिव सौरभ कुमार ने कहा कि संगठन के द्वारा ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन का मूल उद्देश्य निखरती प्रतिभा के हौसले को बुलंद करना है।
वहीं उन्होंने ने कहा कि आंनद विजय जैसी प्रतिभाएं ही आदर्श छात्र व इंसान की पहचान हैं।इस अवसर पर एआईएसएफ की मांग पर प्राचार्य ने आंनद विजय की जरूरत को देखते हुए कॉलेज की प्रयोगशाला उपयोग करने की इजाजत दी साथ ही हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर संजय, सुभाष, राजा सहित अन्य मौजूद थे।