दरभंगा/बिहार : कोरोना महामारी की रोकथाम हेतु देशव्यापी लॉक डाउन से प्रभावित होकर देश के विभिन्न हिस्सों से जिला में वापस लौटे प्रवासी कामगारों को स्थानीय स्तर पर रोज़गार प्रदान करने की कार्रवाई तेज़ कर दी गयी हैं। प्रवासी कामगारों को उनके स्किल के अनुरूप ही काम देने के लिये डाटा बेस तैयार किया जा रहा है। प्रवासी कामगारों के इस डाटा बेस को कोविड पोर्टल एवं आपदा पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है।
प्राप्त सूचनानुसार दरभंगा जिला में 81399 के विरुद्ध अब तक 70731 प्रवासी कामगारों का कोविड पोर्टल पर निबंधन पूर्ण हो गया है। इसमें प्रखंड क्वारंटाइन में ठहराये गये 60535, पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन में 4494 एवं होम क्वारंटाइन में भेजे गये 5702 प्रवासी कामगार शामिल है। सरकार द्वारा मुख्यमंत्री प्रवासी मजदूर विशेष सहायता योज़ना के तहत लॉक डाउन से प्रभावित हुए मजदूरों को एक-एक हज़ार रूपये का आर्थिक मदद भी पहुंचाई जा रहीं हैं। इस सहायता राशि को प्राप्त करने से वंचित रहे छूटे हुए मजदूरों को भी मदद पहुंचाने के लिये एक नया आपदा पोर्टल बनाया गया हैं।
कोविड पोर्टल पर निबंधित मजदूरों में से सरकार के द्वारा घोषित आर्थिक मदद जिन्हे नहीं मिल सका हैं वैसे मजदूरों की डाटा इंट्री आपदा पोर्टल पर कराया जा रहा हैं। कोविड पोर्टल पर अपलोड हुए 70731 कामगारों में से 67022 कामगारों का डाटा आपदा पोर्टल पर रिफ्लेक्ट हो रहा हैं। आपदा पोर्टल पर प्रदर्शित हो रहे संबंधित कामगारों का बैंक खाता संख्या, आईएफसी कोड एवं आधार नंबर अपलोड कर दिये जाने पर छूटे हुए मजदूरों के खाते में एक एक हज़ार रूपये भेजे जा सकेंगे। इसमें से 30715 कामगारों का डाटा इंट्री आपदा पोर्टल पर पूर्ण हो गया हैं। इतने लोंगो के आर्थिक मदद मिलने का रास्ता साफ हो गया हैं।
जिलाधिकारी ने छूटे हुए सभी कामगारों का कोविड एवं आपदा पोर्टल पर शीघ्र इंट्री कराने का निर्देश दिया हैं। मालूम हो कि दरभंगा जिला प्रशासन द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों से दरभंगा लौटे सभी कुशल एवं अकुशल श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान करने की कार्रवाई की जा रही है। जल-जीवन-हरियाली अभियान/मनरेगा योजना के तहत भी इन श्रमिकों को रोजगार से जोड़ा जा रहा है।