मधेपुरा/बिहार : स्वयं सहायता समूह संघर्ष समिति (ऐपवा) के राष्ट्रव्यापी आवाहन पर सदर प्रखंड के मदनपुर पंचायत के लेनिन नगर में ऐपवा की जिला संयोजक ब्यूटी कुमारी के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना कार्यक्रम आयोजित किया गया।
मौके पर उपस्थित भाकपा माले के जिला संयोजक रामचंद्र दास ने कहा कि केंद्र सरकार के 20 लाख रुपया के पैकेज की घोषणा में स्वयं सहायता समूह के लिए कुछ नहीं है। सरकार की घोषणा में बस इतना है कि एक साल तक उन्हें लोन की किस्त जमा करने से छूट मिलेगी, कर्ज माफी नहीं होगा, बल्कि उन्हें कर्ज जमा करने के समय में छूट दी गई है।
उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि सभी श्रमिकों की तरह लॉक डाउन के कारण महिलाओं की आर्थिक स्थिति भी बुरी तरह से बिगड़ गई है, एक साल के बाद भी लोन चुकता करना उनके लिए संभव नहीं होगा। दूसरी ओर सहायता समूह चलाने वाली प्राइवेट कंपनियां अभी भी लोन का किस्त जबरन वसूल रही है। सरकार बड़े पूंजीपतियों के कर्जे लगातार माफ करती जा रही है, जबकि जरूरत है कि उनसे कर्ज वसूल किया जाये एवं गरीब महिलाओं को राहत दी जाये।
ऐपवा की जिला संयोजक ब्यूटी कुमारी ने कहा कि बिहार सरकार स्वयं सहायता समूह को मास्क बनाने का काम देने का फैसला लिया है, लेकिन वास्तविकता यह है कि सभी समूहों को यह काम नहीं दिया गया है।
धरना के माध्यम से महिलाओं ने सरकार से मांग किया कि समूह में शामिल महिलाओं का कर्ज माफ किया जाये, फाइनेंस कंपनियों द्वारा दिये गये कर्ज का भुगतान सरकार करें। समूह को ब्याज सहित ऋण दिया जाये, जीविका कार्यकर्ताओं को न्यूनतम 15 हजार रुपया मासिक मानदेय दिया जाये, हर समूह को उनकी क्षमता के अनुसार कलस्टर बनाकर रोजगार का साधन उपलब्ध कराया जाये।
मौके पर रेखा रानी, मुन्नी देवी, रिंकू देवी, मीना देवी, मीरा देवी, पूनम देवी, गीता देवी, डोमिनी देवी, अनीता देवी, रूपा देवी, ललिया देवी, ज्योति देवी, सीता देवी, अनार देवी, रानी देवी, पार्वती देवी, नेहा, चंदा, बुचन,जहाना खातुन, किरण, अनिता, रेखा, उषा, रीता, शुशीला, रंभा, विमला, चंदा समेत अन्य लोग उपस्थित थे।