नालंदा: लॉक डाउन के कारण रमजान-उल-मुबारक के आखिरी जुमा में भी मस्जिदों में पसरा रहा सन्नाटा

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मुर्शीद आलम
नालंदा ब्यूरो
बिहार

नालंदा/बिहार : मुसलमानों का सबसे पवित्र महीना रमजान- उल- मुबारक का आखिरी जुमा भी कोरोना वायरस COVID-19 के कारण जिला मुख्यालय से लेकर गांव तक की सभी मस्जिदों में जमात -उल- विदा की नमाज बड़ी जमात बनाकर अदा नहीं की गई, बल्कि सभी मस्जिदों में पांच से छह व्यक्तियों के द्वारा जमात बनाकर जमात -उल- विदा की नमाज अदा की गई।

यह जुमा रमजान -उल- मुबारक का पवित्र महीना का सबसे अंतिम जुमा था, जिसे जमात-उल-विदा कहते हैं। जिले के शाही जमा मस्जिद पुल पर, शाही मस्जिद मुरारपुर, नेखूं मियां मस्जिद कोहना सराय, शेखाना, खासगंज, काजी मोहल्ला, गगन दीवान, शेरपुर, बड़ी दरगाह, पक्की तलाव, कटरा पर, सकुनत , गढ़ पर, छज्जू महल्ला, इमादपुर, सोह सराय, मूसेपुर, राजगीर, गिरियक, हैदरगंज कड़ाह, अंडवस, खुदागंज, इस्लामपुर, अस्थावां, देशना, हरगांवां, माफी, बिल्छि शरीफ, पलटपूरा, उगावां, बकरा  इत्यादि गांव और शहर के मस्जिदों में रमजान- उल -मुबारक की अंतिम जुम्मा जमात- उल-विदा की नमाज अदा की गई।

इस अवसर पर विशेष दुआ (प्रार्थना सभा) का आयोजन किया गया जिसमें वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को COVID-19 से जिला, राज्य, देश और संसार में फैल रहे वैश्विक महामारी बीमारी से सुरक्षा हेतु बारगाहे इलाही में हाथ उठाकर इस बीमारी को खत्म करने की दुआ की गई, साथ राज्य और देश की तरक्की, खुशहाली, आपसी भाईचारगी, सुख व शांति के लिए भी दुआ की गई। इस तरह जिला के तमाम मस्जिदों के कमेटी की ओर से जनता से अपील की गई है ईद -उल- फितर की नमाज भी पूर्व में पंचगाना और जुमा नमाज़ की तरह ही अपने-अपने घरों में ही रह कर ईद -उल- फितर की नमाज अदा करें और ईद -उल- फितर की नमाज की भीड़ ना लगाएं और भीड़ से हर हाल में परहेज करें, लॉक डाउन की पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग यानी शारीरिक दूरी का हर हाल में पालन करें।

दूसरी तरफ अंजुमन मुफीदुल इस्लाम नालंदा की और से एक बैठक का आयोजन कर ईद-उल-फितर की नमाज घरों में ही पढ़ने के लिए जिला और राज्य की जनता से अपील की गई है।

 इस बैठक में मुफीद उल इस्लाम के अध्यक्ष मुजाहिर उल हक, मो0 अकबर आजाद,एस एम मोइनुद्दीन, मीर अरशद हुसैन के साथ कई लोग बैठक में उपस्थित थे।


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