पटना/बिहार : मौलाना सज्जाद मेमोरियल हॉस्पिटल इमारत ए शारिया फुलवारी शरीफ पटना में “ आओ कोरोना वायरस से बचाओ का तरीका सीखें ” नामक एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
अपने अध्यक्षीय भाषण में, कार्य वाहक नाजिम ने कहा कि इस बीमारी से डरने या घबराने की जरूरत नहीं है, हम इसे सुरक्षा और उपाय, और स्वच्छता से सुरक्षित रह सकते हैं। इस बीमारी की रोकथाम के लिए यह ध्यान रखना कि गंदगी से बचना आवश्यक है। इस्लाम ने स्वच्छता को भी महत्व दिया है और इसे ईमान का हिस्सा बताया है। इस मोके से इस्लाम के दिए गए निर्देशों का पालन करें, हाथों, मुंह और शरीर को साफ रखें, नाखूनों को छोटा रखें, प्रत्येक प्रार्थना के समय सुन्नत के अनुसार वुडू करें, ताकि हम इस वायरस से काफी हद तक बच स साथ ही मस्जिदों की सफाई की व्यवस्था करें, गर्भ और अन्य स्थानों पर जहां लोग इकट्ठा होते हैं, उनकी सफाई के बारे में सावधान रहें, ये चीजें ठंडी चीजों और स्थानों में अधिक होती हैं, इसलिए कोल्ड ड्रिंक का कम उपयोग करें। गर्म पानी का उपयोग करें, धूप में थोड़ी देर बैठने की पाबंदी से भी इस वायरस का प्रभाव समाप्त हो जाता है। इसके अलावा, अल्लाह से प्रार्थना करें । क्योंकि शिफा देने वाली ज़ात उसी की है।
अस्पताल के सचिव मौलाना सोहेल अहमद नदवी साहब ने मौलाना सज्जाद होस्पिटल के बारे में और इस की खिदमात एवं सेवाओं के बारे में बताया और कहा कि 1987 से इमारते शरिया के इस अस्पताल स्वच्छता और सेहत के क्षेत्र में में काम कर रहा है और बिल्कुल मामूली एवं कम खर्च पर गरीबों और जरूरतमंदों को इलाज की सुविधा मुहैया कराता है। और आपात एवं मुसीबत के स्थिति में इंसानी सेवा में इमारत ए शरिया एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
फुलवारी शरीफ के बीडीओ जफरुद्दीन ने भी वायरस से बचने के उपायों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार इस पर नज़र रखे हुए है कि यह वायरस जियादा न फैले इस के पूरे प्रांत में जागरूकता पैदा की जा रही है, हमारा उद्देश्य है कि प्रांत के लोगों के बीच इमारत ए शरिया के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाए ताकि लोग इस वायरस से बचने के लिए एहतियाती कदम उठा सकें। डॉ। शशि सीएचसी फुलवारी शरीफ ने एहतियाती उपायों को बताते हुए कहा कि दिन में अधिक से अधिक बार अपने हाथों को साबुन से धोएं, वायरस से संक्रमित व्यक्ति के पास जाएं तो कम से कम तीन हाथ उन से दूर रहें, मास्क पहनें, सामान्य परिस्थितियों में मास्क पहनना आवश्यक नहीं है। यदि इस बीमारी की लक्षण दिखाई देते तो बीमारी को छुपाएँ नहीं डॉ से मिलें । पार्किंग स्थल पर जाने से बचें, सैनिटाइजर का उपयोग करें, अपने आसपास की देखभाल करें, गंदगी से बचें आदि। अंत में, कार्यक्रम मौलाना अब्दुल जलील क़ास्मी क़ाज़ी ए शरीयत इमारत ए शरिया की प्रार्थना पर समाप्त हुआ।
इस जागरूकता कार्यक्रम में डॉ एस निसार अहमद, सैयद निसार अहमद, डॉ गुलाम मोहिउद्दीन अशरफी, डॉ नजीर अहमद खान, डॉ स्नेधा सिन्हा, डॉ शाप्रा शाहन, डॉ नुसरत यासमीन, डॉ राखी सिंह, डॉ अशोक कुमार, मौलाना मुहम्मद अरशद रहमानी डॉ सैयद कमाल वारिस, डॉ मंसूर हसनैन, मौलाना अहमद हुसैन कासमी, मौलाना नसीरुद्दीन मजाहिरी एजाज अहमद, सैयद असगर अली, मौलाना मोहम्मद आदिल फरीदी आदि शरीक रहे।