नालंदा/बिहार : जिला मुख्यालय बिहार शरीफ शहर के अस्पताल चौराहे पर बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ का गुरुवार को 17वां दिन धरना जारी रहा। होली जैसे महान रंगों के पर्व पर भी शिक्षकों को वेतन नहीं मिलने और शिक्षकों को ऊपर कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार और शनिवार को प्रदर्शन क्या जाएगा। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष समेत दर्जनों शिक्षक भाग ले रहे हैं।
धरना पर बैठे हड़ताली और शिक्षकों को बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विनायक लोहगानी, सचिव देवनंदन प्रसाद सिंह, मो. जुनैद आलम व अन्य शिक्षकों ने बताया कि इतिहास में पहली बार सूबे के लाखों शिक्षक होली जैसे त्योहार में रंगहीन व उल्लासहीन रह गए। बिहार सरकार इतने बड़े त्योहार में भी शिक्षकों को वेतन नहीं दिया। श्री लोहानी ने कहा कि सरकार के दवाब व शिक्षक विरोधी और दमनकारी नीतियों और हिटलर शाही के खिलाफ रत्तीभर भी हड़ताली शिक्षक नहीं झुकेंगे। हम कोई भीख नहीं, बल्कि अपना बाजीव हक की मांग कर रहे हैं। सरकार को हर हाल में हड़ताली शिक्षकों के आगे झुकना ही होगा। शिक्षक भारतेन्दू कुमार ने कहा कि सरकार की तानाशाही अधिक दिनों तक नहीं चलेगी। जुनैद आलम ने कहा कि ये लड़ाई केवल शिक्षकों की नहीं। बल्कि, शिक्षक, समाज और विकास की है। इस लड़ाई में समाज के लोगों को भी आगे आना चाहिए। उन्होंने बिहार सरकार से शिक्षकों की वाजिब मांगों को फौरन पूरा करने की मांग की।
मौके पर कुमार अश्विनी चन्द्र, प्रीतम कुमार, संतोष कुमार, पुनम कुमारी, मंजू कुमारी, ववीता कुमारी, राजकुमार, दीपक कुमार, सत्य नारायण, इरशाद आलम, मो. खालिद, रंजय कुमार व अन्य शिक्षक मौजूद थे।