मधेपुरा/बिहार : अनिश्चितकालीन हड़ताल के 22 वें दिन बीआरसी परिसर से नियोजित शिक्षकों ने सैकड़ों की संख्या में विरोध मार्च निकाला । यह विरोध मार्च बीआरसी परिसर से निकलकर जिला मुख्यालय की कॉलेज चौक पर पहुंचकर मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री एवं अपर शिक्षा सचिव का पुतला दहन कर, विरोध प्रदर्शन किया । वहीं शिक्षकों ने इस वर्ष सरकार के गलत शिक्षक एवं शिक्षा नीति का विरोध कर होली नहीं मनाया ।
मौके पर मौजूद पूर्व मंत्री सह स्थानीय विधायक का प्रो चंद्रशेखर ने कहा कि हड़ताल के कारण बिहार के 74 हजार प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय की बंदी से नौनिहाल का पठन-पाठन बंद है, सरकार को वार्ता कर पहल करना चाहिए । उच्च न्यायालय पटना का आदेश का पालन कर समान काम के बदले समान वेतन दे देना चाहिए । उन्होंने कहा कि समान काम के बदले समान वेतन शिक्षकों का मूलभूत अधिकार है ।
प्रदेश सलाहकार रणधीर कुमार ने कहा कि प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव समान काम के बदले समान वेतन को आगामी चुनाव घोषणा पत्र में लें, साथ ही अगर सरकार बनती है तो प्रथम केबिनेट बैठक में समान काम के बदले समान वेतन का प्रस्ताव पास कर उसे लागू करें । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष इंद्रजीत कुमार इंदु ने किया जबकि संचालन अनिल उर्फ ललटू ने किया ।
पुतला दहन में चितरंजन कुमार, संजय क्रांति, संयुक्त सचिव ऋषि कुमार, पंकज कुमार, प्रभा रानी रूबी, पप्पू कुमार, कर्मवीर कुमार, ललिता कुमारी, कुमारी बिंदु, कुमारी रेनू भारती, रिंकू कुमारी, रंजू कुमारी, रंजन कुमारी, कुमारी पूनम, लता कुमारी, सुचिता भारती, कंचन भारती, जुली कुमारी, लखीमा कुमारी, नीतू कुमारी, संगीता रानी, चंद्रिका कुमारी, शोभा कुमारी, जय कृष्ण कुमार, सतीश चंद्र कुमार, संतोष कुमार, ब्रजेश कुमार, कलानंद कुमार, राजेंद्र कुमार, त्रिलोक कुमार, नरेश कुमार, जितेंद्र कुमार, कृष्णदेव मंडल, रूद्र नारायण ठाकुर, तेज नारायण पासवान, रविंद्र कुमार, खिलानंद साह सहित अन्य शिक्षक मौजूद थे ।