नालंदा से मुर्शीद आलम की रिपोर्ट :-
नालंदा/बिहार : जिले में 5 मार्च को डॉक्टर प्रिया रंजन कुमार प्रियदर्शी की हत्या के खिलाफ पूरे नालंदा जिला के सरकारी और गैर सरकारी सभी अस्पताल बंद रहे जिससे मरीजों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
जिले के एम आई ए के आह्वान पर सुबह 8:00 बजे से लेकर रात 8:00 बजे तक सभी अस्पताल में ताले लटके रहे। डॉक्टर हत्याकांड के विरोध में यानी शुक्रवार को पूरे जिले के डॉक्टर हड़ताल पर रहे और बिहार शरीफ सदर अस्पताल में डॉक्टरों ने धरना पर बैठ गए। पावापुरी वर्धमान मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर प्रिया रंजन की हत्या के विरोध में ओपीडी सहित इमरजेंसी सेवा ठप रही और मृतक डॉक्टर की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन धारण किया। वहीं इमरजेंसी ओपीडी सेवा ठप रहने की वजह कर मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा मरीजों की परेशानियों को देखते हुए पावापुरी वर्धमान मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी सेवा को शुरू कर दिया गया था जबकि जिला सदर अस्पताल राजगीर और हिलसा अनुमंडलीय अस्पताल और रेफरल अस्पताल में सभी तरह की ओपीडी और इमरजेंसी सेवा पूरी तरह ठप रही।
वहीं बिहारशरीफ में हड़ताली डॉक्टरों ने सदर अस्पताल में धरने पर बैठ गए जिसे समझाने के लिए उप विकास आयुक्त राकेश कुमार अनुमंडल अधिकारी जनार्दन प्रसाद अग्रवाल और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी इमरान परवेज़ अस्पताल पहुंचे लेकिन डॉक्टर आंदोलन खत्म करने को तैयार नहीं हुए और धरना पर बैठे रहे इस तरह डॉक्टरों की हड़ताल की वजह कर दूरदराज से आए मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा और मरीज के परिजन को इधर उधर भटकते देखा गया।
धरना पर बैठने वाले डॉक्टरों में डॉ अरविंद कुमार, डॉ मिथिलेश कुमार, डॉक्टर अश्वनी कुमार वर्मा, डॉक्टर श्याम बिहारी, डॉक्टर मोहम्मद इकबाल, डॉक्टर लक्ष्मण कुमार, डॉक्टर सुनीति सिंहा, डॉक्टर हिना समायम, डॉक्टर मंजू कुमारी, डॉक्टर ममता रानी के अलावा दर्जनों से ज्यादा डॉक्टर हक उपस्थित थे।
अज्ञात सूत्रों के हवाले से मिली खबरों के अनुसार डॉक्टर हत्याकांड के विरोध में शनिवार को पूरे बिहार में डॉक्टर हड़ताल पर जा सकते हैं और रविवार को नालंदा के चिकित्सक बिहार के मुख्यमंत्री आवास का घेराव भी करने की संभावना है फिलहाल शनिवार को डॉक्टर के हड़ताल और रविवार को मुख्यमंत्री के घेराव की खबर की पूरी तरह पुष्टि नहीं हो पाई थी।