मधेपुरा/बिहार : जिले के उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र के लश्करी गाँव में रविवार को शिव मंदिर परिसर में आयोजित एक दिवसीय मासिक शिव-गुरु परिचर्चा में सैकड़ों शिव शिष्यों ने भाग लिया। मौके पर दर्जनों लोगों ने देवाधिदेव महादेव का शिष्य बनकर खुद का अहोभाग्य माना। इसमें पुरैनी प्रखंड से आए शिव शिष्यों ने भाग लेकर अपने-अपने अनुभवों से उपस्थित श्रोताओं एवं दर्शकों को अवगत करवाया। वहीं स्थानीय एवं दूर दराज से आए गुरू भाई बहनों ने अपने-अपने विचार व भजन प्रस्तुत कर लोगों को गुरू के प्रति समर्पित होना के लिए प्रेरित किया। गुरु भाई शंभू, संजय सहित अन्य गुरु भाई ने शिव चर्चा पर आधारित आधुनिक धुनों पर आधारित शिव भजन गाकर उपस्थित श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया।
गुरु भाई अशोक ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वरेण्य गुरू भ्राता साहब हरीन्द्रानंद जी ने हम लोगों को बताया है कि शिव जगत गुरू है अर्थात संसार के जितने भी लोग है सभी उनके शिष्य हैं।यदि हम उन्हें गुरू भाव से याचना पूर्वक दया मांगे तो हमारा कल्याण निश्चित होगा। यदि इस संसार के एक-एक लोग उन्हें शिष्य बनकर गुरु भाव दे तो पूरे जगत का कल्याण निश्चित रूप से सुगमता से हो जायेगा। वहीं गुरु भाई विमल ने कहा कि हरिंद्रानंद वर्तमान काल खंड के महामानव हैं। उनके द्वारा बताए गए तीन सूत्रों का जो पालन करता है वह सच्चे अर्थों में शिव-गुरु है। प्रवचनकर्ताओं ने अपने अपने प्रवचन में मूल रूप से शिव गुरु के स्वरूप की विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि जिन्होंने ने इन तीन सूत्रों को अपनाया उन्हें अपने जीवन में कुछ न कुछ नई सफलता अवश्य मिली। शिव शिष्य बनने के आवश्यक बातों को बताते हुए प्रवचनकर्ताओं ने कहा कि किसी भी धर्म संप्रदाय के लोग शिव शिष्य बन सकते हैं।
कार्यक्रम में मंच का संचालन गुरू भाई किशोर ने किया। वहीं ऑर्गन पर गुरु भाई लड्डू ,पैड पर गुरु भाई महेंद्र एवं नाल पर गुरु भाई नील कंठ ने साथ दिया।