मधेपुरा : भारतीय छात्र संसद में शानदार भागीदारी देकर लौटे राठौर का अम्बेडकर हॉस्टल में भव्य स्वागत

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लेखनी व वक्तृता में राठौर की प्रतिभा अनुकरणीय-के पी यादव

राठौर ने अपनी लगन के सहारे बनाई खास पहचान-प्रो जवाहर

अमित कुमार अंशु
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : दिल्ली के विज्ञान भवन में 20-23 फ़रवरी को आयोजित अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आयोजन भारतीय छात्र संसद में मीडिया सेल के सदस्य के रूप में सफल भागीदारी देकर लौटे बीएनएमयू के इतिहास विषय के शोधार्थी हर्ष वर्धन सिंह राठौर का अम्बेडकर छात्रावास में बुके व अंगवस्त्र से  जोरदार स्वागत किया गया।

मौके पर प्रेस कांफ्रेंस कर उनके दौरे और उपलब्धि के बारे में बताया गया। इस अवसर पर मौजूद टी पी कॉलेज के प्राचार्य प्रो के पी यादव ने कहा कि राठौर की प्रतिभा जिले और सूबे तक ही सीमित नहीं है बल्कि राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लेखनी व वक्तृता में निरन्तर मिल रही सफलता यह बताती है कि भविष्य में ये और भी आगे जाएंगे। भारतीय छात्र संसद में भाग लेना गौरव की बात होता है ऐसे में आयोजन के मीडिया सेल का सदस्य की जिम्मेदारी निभाने का मौका मिलना बड़ी उपलब्धि है। टी पी कॉलेज को इस बात का हमेशा गर्व रहेगा की राठौर लंबे समय तक कॉलेज के छात्र रहे हैं। वर्तमान पीढ़ी को राठौर से प्रेरणा लेने की जरूरत है।

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बीएनएमयू के पीआरओ डॉ सुधांशु शेखर ने इस मौके पर कहा कि मधेपुरा में रहकर लगातार जिले से लेकर बड़े बड़े मंचों पर राठौर को मिल रही सफलता इस बात का प्रमाण है कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती। राठौर निकट भविष्य में और आगे जाएंगे और अपने क्षेत्र में एक स्थापित प्रतिभा बनेंगे ऐसा विश्वास है। बीएनएमयू बीएड विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ ललन साहनी ने ने राठौर को बधाई देते हुए कहा कि भारत के कई बड़े बड़े मंचों पर राठौर की प्रतिभा जिले और सूबे का मान बढ़ाते रहे हैं इनकी प्रतिभा का लाभ स्थानीय प्रतिभाओं को भी मिले ।

सम्मान समारोह में मौजूद शिक्षक रहे राठौर के पिता तेज प्रताप सिंह ने कहा कि शुरुआती समय से ही राठौर की सोच अलग रही वक्तृता, साहित्य व छात्र राजनीति सहित अन्य विधाओं में राष्ट्रीय स्तर लगातार मिलती उसकी सफलता समाज के साथ साथ परिवार के लिए भी गौरव की बात है।

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सम्मान प्राप्त करने के बाद हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि यह उनके लिए गौरव की बात है कि वो मिली जवाबदेही को निभाने में अपना शत प्रतिशत देने में सफल हो रहे हैं । उन्होंने बताया कि दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित चार दिवसीय दसवें भारतीय छात्र संसद का उद्घाटन उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने किया और समापन सत्र का उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति भरत रत्न प्रणव मुखर्जी ने किया । इस आयोजन में नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव, कामनवेल्थ गेम के महासचिव, कई राज्यों के मुख्यमंत्री, फिल्म अभिनेता, चर्चित पत्रकार, समाजसेवी, उद्योगपति, भारत सरकार के मंत्री सहित अन्य लोगों कि भागीदारी रही। चार दिन तक चले अलग अलग सत्रों के कार्यक्रम में सोशल मीडिया के परिणाम – दुष्परिणाम, भारत के आजादी के सत्तर साल, राजनीति, शिक्षा आदि विषय पर मंथन किया गया। भारत सहित दुनिया के कुल 200 विश्वविद्यालयों से लगभग दो हजार छात्र – छात्राओं ने ने इस आयोजन में भागीदारी दी। मूलतः सिंघेश्वर प्रखंड के बैहरी पंचायत से आने वाले राठौर ने कहा कि आयोजन समिति को सौंपे पूरे आयोजन के निचोड़ रूपी रिपोर्ट में उन्होंने बताया कि वर्तमान राजनीति मिशन की जगह कमिशन का पर्याय हो गया है इसको रोकने के लिए पढ़े लिखे लोगों को राजनीति को गन्दा कहने के बजाय इसमें आगे आने की जरूरत है। वर्तमान दौर में हमारा समाज काफी दूषित हो गया है काफी विषमता आ गई है इसको रोकने के लिए क्वालिटी एजुकेशन को राष्ट्रीय विमर्श बनाने की सख्त जरूरत है। सोशल मीडिया के दुष्परिणाम काफी हैं लेकिन इसके लाभ भी बहुत हैं इसलिए इसके सकारात्मक पक्ष को मजबूत करते हुए नकारात्मक पक्ष को मिटाने की जरूरत है।

अपने सौंपे रिपोर्ट में राठौर ने देश की वर्तमान हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसका मूल कारण है कि वर्तमान दौर संविधान, राम, अल्लाह, को तो मानता है लेकिन राम, अल्लाह और संविधान की नहीं मानता। जिसे आयोजन समिति ने भी सराहा। राठौर ने कहा कि ऐसे आयोजन में भाग लेने के बाद बहुत कुछ सीखने को मिलता है। राठौर ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता -पिता संग अपने गुरु डॉ जवाहर पासवान सहित अन्य गुरुजनों व मित्रों को दिया।

सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए राठौर के गुरु और बीएनएमयू के सीनेट सिंडीकेट सदस्य डॉ जवाहर पासवान ने कहा कि राठौर टी पी कॉलेज के एनएसएस की उपज रहे हैं । एनएसएस के माध्यम से कॉलेज दिनों में उन्होंने लगातार अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। उनकी प्रतिभा में निरन्तर आ रहा निखार भविष्य के लिए भी शुभ संकेत है। भारतीय छात्र संसद के मीडिया सेल के सदस्य के रूप अपनी भूमिका का शानदार निर्वहन कर राठौर ने एकबार फिर सबका मान बढ़ाया है जिसके वो हकदार भी हैं। राठौर को बीएनएमयू के कुलसचिव प्रो कपिलदेव प्रसाद यादव, साहित्यकार प्रो सिधेश्चर कश्यप, निजी विद्यालय संघ के सिंघेश्वर प्रखंड अध्यक्ष शंकर शुमन आदि ने भी बधाई दी।


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