⇒ आंदोलनरत छात्रों पर हमला लोकतंत्र पर हमला है-राठौर
⇒ केंद्र सरकार उच्च शैक्षणिक संस्थानों को बनाना चाहती है पंगु-शंभू क्रांति

उप संपादक
मधेपुरा/बिहार : जेएनयू में फीस बढ़ोतरी को लेकर लगातार आंदोलनरत छात्र छात्राओं पर नकाबपोशों द्वारा रविवार को किए गए जानलेवा हमला के विरोध में छात्र संगठन ए आई एस एफ और ए आई वाई एफ की जिला इकाई के संयुक्त तत्वावधान में बी पी मण्डल चौक पर गृह मंत्री अमित शाह का पुतला दहन किया।
प्रदर्शन का वीडियो :
इस दौरान छात्रों ने जम कर केंद्र सरकार व जेएनयू प्रशासन विरोधी नारे लगाए।पुतला दहन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वाम छात्र संगठन ए आई एस एफ के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य सह विश्वविद्यालय प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि जेएनयू में अप्रत्याशित फीस बढ़ोतरी के विरोध में दो माह से आंदोलन कर रहे छात्र छात्राओं पर नकाबपोशों द्वारा रविवार को किए गए कायराना जानलेवा हमला छात्रहित और लोकतंत्र पर सवाल खड़े करते हैं। लोकतांत्रिक तरीके से लगातार अपनी मांगों के साथ जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आइसी घोष के नेतृत्व में आंदोलन कर रहे छात्रों पर हमला और आइसी घोष सहित 35 की संख्या में चोटिल हुए छात्रों कि हालत देश के श्रेष्ठ विश्वविद्यालय की प्रशासनिक व्यवस्था व सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा करता है।

राठौर ने कहा कि इस घटना में शामिल दोषियों को चिन्हित कर उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए जिससे दुबारा कोई शिक्षा के परिसर को बदनाम करने की कोशिश न करे। वहीँ यूथ फेडरेशन के राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह राज्य उपाध्यक्ष शंभू क्रांति ने कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार लगातार देश में भय और डर का माहौल बना रही है। गुणवतापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने व रोजगार के क्षेत्र को व्यापक बनाने के बजाय छात्र व युवाओं की आवाज को दबाने की साज़िश रची जा रही है।जेएनयू में हुई घटना सरकार व विश्वविद्यालय की मिली जुली साजिश है। ए आई वाई एफ के जिला अध्यक्ष जितेंद्र कुमार मुन्ना और जिला सचिव राजीव कुमार ने कहा कि विगत कुछ समय से लगातार शैक्षणिक संस्थानों पर हो रहे हमले केंद्र सरकार की नीति को दर्शाता है। खासकर जेएनयू जैसे देश के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय को लगातार बदनाम करने की कोशिश कई प्रश्नों को जन्म देती है।
