मधेपुरा/बिहार : भारतीय पोषण संघ भागलपुर चैप्टर और बीएनएमयू के शिक्षा शास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वाधान में “विश्व दिव्यांगता दिवस” के अवसर पर मंगलवार को सेमिनार का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बीएनएमयू के प्रति कुलपति प्रो डा फारूक अली उपस्थित रहे। मौके पर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए प्रति कुलपति प्रो डा फारूक अली ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस वर्ष 1991 से मनाया जा रहा है और इसका उद्देश्य आधुनिक समाज में शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के साथ हो रहे भेद-भाव को समाप्त किया जाना तथा उन्हें मुख्य धारा में लाना है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बीएड विभागाध्यक्ष डा ललन प्रकाश सहनी ने कहा है कि दिव्यांगता कोई अभिशाप नहीं है, अगर दिव्यांगों के साथ भेदभाव रहित व्यवहार किया जाए और उनकी प्रतिभा को आगे लाने का प्रयास किया जाए तो वे निश्चित रूप से मुख्यधारा में शामिल हो सकते हैं और देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। कार्यक्रम में बीएड और एमएड विभाग के सभी शिक्षकों और छात्रों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा बद्री नारायण मंडल, डा बुद्धप्रिय, राम सिंह यादव, डा पवन कुमार पाल, रॉबिंस कुमार, वीरेंद्र प्रताप सिंह सहित विभाग के सभी छात्र छात्राएं मौजूद रहे।