मधेपुरा/बिहार : मंगलवार को मधेपुरा महाविद्यालय मधेपुरा के राष्ट्रीय सेवा योजना तीनों इकाई के सौजन्य से महाविद्यालय के शिक्षक प्रकोष्ठ में राष्ट्रीय सेवा योजना का 51 वां स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम संस्थापक प्रधानाचार्य डा अशोक कुमार की अध्यक्षता में मनाई गई। कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय प्राचार्य समेत महाविद्यालय के अध्यापक द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
मौके पर उपस्थित शिक्षक, छात्र – छात्राएं एवं अतिथियों को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ अशोक कुमार ने कहा कि भारत में महात्मा गांधी के समय से ही छात्र-छात्राओं को सामाजिक जिम्मेदारी के तहत राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से इसकी स्थापना की गई। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष के रूप में डा राधाकृष्णन ने शैक्षणिक संस्थाओं में स्वैच्छिक रूप से राष्ट्रीय सेवा योजना की शुरुआत के लिए स्वीकृति प्रदान की, ताकि महाविद्यालय परिवार के छात्र एवं शिक्षक द्वारा ग्रामीण जनता के बीच रचनात्मक संपर्क स्थापित किया जा सके।
24 सितंबर 1969 को तत्कालीन शिक्षा मंत्री डा वीकेआरवी राव ने विभिन्न राज्यों के 37 विश्वविद्यालयों में एनएसएस कार्यक्रम की शुरुआत किया। आज मधेपुरा महाविद्यालय मधेपुरा में भी तीनों इकाइयों के द्वारा बराबर समाज में जागरूकता लाने के लिए छोटा-छोटा कार्यक्रम किया जा रहा है।
मंच का संचालन कर रहे कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो विजेंद्र मेहता ने कहा कि एनएसएस का लक्ष्य मुझे नहीं आपके लिए, कहने का तात्पर्य है कि एनएसएस द्वारा जो भी कार्यक्रम किया जा रहा है वह समाज के लिए होता है, राष्ट्र के लिए होता है। प्रो मनोज भटनागर ने भी मौके पर राष्ट्र हित की बात की।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो आरती झा, प्रो नीरज कुमार मंडल, प्रो अभय कुमार, प्रो सच्चिदानंद सचिव, प्रो उमेश कुमार, प्रो संजय कुमार, प्रो लिली कुमारी, डा नीलू कुमारी, प्रो कुमारी किरण, प्रो रीना सिन्हा, प्रो अंकेश कुमार, प्रो चंद्रमणि गुप्ता, डा वैजवंश कुमार एवं एनएसएस के स्वयंसेवकों ने भाग लिया।