दरभंगा : गर्भवती महिलाओं के लिए वंडर एप्प पर हुआ कार्यशाला का आयोजन

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ज़ाहिद  अनवर (राजु)
उप संपादक

दरभंगा/बिहार :  दरभंगा के जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एस एम ने समाहरणालय सभाकक्ष में वंडर एप के ओरियेटेंशन कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि संबोधन करते हुए कहा कि वंडर एप पर गर्भवती महिलाओं के मेडिकल एवं सोशल हिस्ट्री इंटर किया जाना जरूरी है। इसके बिना गंभीर बीमारियों का पूर्व पहचान करना सभंव नहीं हो पायेगा।

उन्होंने कहा कि वंडर एप पर हर एक गर्भवती महिला का पूर्ण इतिहास की प्रविष्टि रहने पर मरीज को आगे कोई भी कप्लीकेशन्स होने पर यह एप संबंधित चिकित्सकों, पारा चिकित्सकों को एलर्ट मेसेज भेज देगा। इससे समय रहते ऐसे मरीजो को चिकित्सा की जा सकेगी।।उन्होंने बताया कि अपने राज्य में जागरूता की कमी के चलते मातृत्व मृत्यु दर ज्यादा है। वंडर एप के एप्लिकेशन का समुचित प्रयोग करके समय रहते गंभीर रोगों की पहचान हो सकेगी और समुचित ईलाज से जच्चा-बच्चा की जान बचाई जा सकेगी। उन्होंने कहा कि वंडर एप पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जिला के दो प्रखण्डों बहादुरपुर एवं बेनीपुर प्रखण्डों में लॉच किया गया है। यह एप अभी प्राइमरी स्टेज में है। अभी वंडर एप पर गर्भवती महिलाओं का निबंधन किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि अब तक इन दोनों प्रखण्ड क्षेत्रों के 6,000 गर्भवती महिलाओं का निबंधन वंडर एप पर किया गया है। स्वास्थ्य विभाग दरभंगा द्वारा इस एप का इस्तेमाल करने हेतु पारा चिकित्सा कर्मियों का नियमित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आज पुन: बहादुरपुर एवं बेनीपुर प्रखण्ड क्षेत्र के चिकित्सको चिकित्सा कर्मियों को वंडर एप के एप्लिकेशन का लाइव डिमोंस्ट्रेशन दिया गया। वंडर एप के प्राइमरी एनालिसिस में यह पाया गया कि इसमे गर्भवती महिलाओं का पूरा मेडिकल एवं सोशल हिस्ट्री प्रविष्टि नहीं की गई थी। इसके चलते कोई की एलर्ट मेसेज अभी नहीं आ रहा था। जिलाधिकारी ने कहा कि इस एप पर बगैर मरीज के पूरा मेडिकल इतिहास की प्रविष्टि किये इसका लाभ नहीं मिल पायेगा। उन्होने कहा कि यह एप अत्यंत उपयोगी है। उन्होंने परा मेडिकल स्टाफ को संबोधित करते हुए कहा कि गर्भवती महिलाओं के मेडिकल हिस्ट्री कलेक्ट करने में कुछ कठिनाइयाँ आयेगी। अपने इस अनुभव को भी व्हाट्सएप ग्रुप पर शेयर करें। आपके प्रयास से बेनीपुर एवं बहादुरपुर की महिलाओं को लाभ मिलेगा। इस ओरियेंटेशन वर्कशॉप में वंडर एप को विकसित करने वाली डॉ. नर्मधा भी उपस्थित थी। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं के मेडिकल हिस्ट्री डाटा कलेक्ट करने से आगे घटने वाली किसी भी जटिलताओं का उपचार करना आसान होगा।

इस ओरियेंटेशन वर्कशॉप में जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम., सहायक समाहर्त्ता (प्रशिक्षु) विनोद दूहन, वंडर एप की डॉ. नर्मधा, सिविल सर्जन डॉ. अमरेन्द्र नारायण झा, ए.सी.एम.ओ. डॉ. दिलीप कुमार, डी.आई.ओ. डॉ. ए. के. मिश्रा, मलेरिया चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जयप्रकाश महतो आदि शामिल थे।


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