मधेपुरा/बिहार : विकास के इस दौड़ में जहां हर तरफ सड़कों का जाल बिछ रहा है और राज्य सरकार के द्वारा सूबे के 250 से उपर की आबादी वाले तमाम गाँवो को मुख्य मार्गो से संपर्कता प्रदान करने का दावा किया जा रहा है। वहीं एक सड़क ऐसा भी है जो वर्षो से उपेक्षाओं का दंश झेल रहा है।
ज्ञात हो मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज प्रखंड के सुदूरवर्ती नयानगर पंचायत स्थित नवटोल चौक से शर्मा टोला के लोगों का मुहल्ले से निकल कर मुख्य मार्गो तक जाने वाली लगभग एक किमी लंबी यह सड़क वर्षो से जीर्ण-शीर्ण हाल में है। मालूम हो कि नवटोल चौक से विभिन्न मुहल्ले होते हुए शहजादपुर सीमा को जोड़ने वाली सड़क विभागीय उदासीनता का पर्याय बन चुकी इस कीचड़मय सड़क को देखने वाला कोई नहीं है। वही विद्यालय जाने वाले छोटे-छोटे बच्चे व चार हजार की आबादी को इस सड़क पर चलने के लिए घोर कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। वर्षो पूर्व किये गए सोलिंग का ईट उखड़े रहने के कारण जगह-जगह दो से तीन फीट गड्ढ़ा बन गया है। इस कारण कई बार तो बच्चे व बुजुर्ग इस सड़क पर गिर कर घायल हो चुके हैं। जिस वजह से लोग दिन के उजाले में भी इस सड़क पर चलने से कतराते हैं।
इस पथ निर्माण के लिए वे लोग कई बार प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं। लेकिन अभी तक कोई ठोस पहल नहीं कीं जा सकी है। स्थानीय अजय साह, डब्लु मंडल, कामेश्वर शर्मा, गणेश मंडल, दिनेश शर्मा, रामखेलावन शर्मा, नागों शर्मा, गणेश शर्मा, दिलमोहन मंडल, पंकज शर्मा, राजो शर्मा सहित अन्य ग्रामीणों ने सड़क नही बनाये जाने पर रविवार को सड़क पर खड़े होकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में शामिल ग्रामीणों ने सड़क को लेकर नाराजगी जताई है। ग्रामीणों का कहना है कि वार्ड में सड़क निर्माण के लिए पाँच साल पूर्व ही राशि का उठाव कर लिया गया। बावजूद इसके सड़क का निर्माण नहीं कराया गया। लोगों ने राशि गबन का अंदेशा भी जाहिर किया है। इस संबंध मे ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी को कई बार इस संबंध में आवेदन भी दिया गया। किंतु अभी तक कोई ठोस पहल नहीं की गई।
28 लाख की लागत से होना था सड़क का निर्माण : ग्रामीणों ने बताया कि नवटोल चौक शर्मा टोला से शहजादपुर सीमा तक पीसीसी ढ़लाई निर्माण कार्य कराया जाना था। इसके लिए ग्राम पंचायत द्वारा 13 वीं वित्त की राशि से योजना तैयार किया गया। इसके तहत योजना संख्या-1 वर्ष 2014-15 में योजना बनी। योजना के लिए लगभग 28 लाख कुछ का प्राक्कलन तैयार किया गया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 20 लाख 60 हजार रुपये की निकासी भी कर लिया गया है। कार्य स्थल पर बोर्ड भी लगाया गया है। यह बोर्ड पाँच साल से लोगों के मुंह चिढ़ा रहा है।
इस बाबत नयानगर पंचायत के मुखिया अब्दुल अहद ने बताया कि 2014-15 में ग्राम पंचायत और पंचायत सचिव के द्वारा उक्त सड़क पर पीसीसी ढलाई योजना स्वीकृत कर 20 लाख 60 हजार राशि का भी उठाव कर लिया है। बावजुद उस सड़क पर पीसीसी ढलाई वर्क नहीं किया गया जिसके चलते अन्य योजना की स्वीकृति मिलने में परेशानी हो रही है।
जिला परिषद सदस्य अमन कुमार यादव ने बताया कि हमने इस सड़क पर कई बार प्रयास किया पर विभागीय तकनीकी कारणों के वजह से विभाग द्वारा योजना की स्वीकृति नहीं मिल रही है जिस कारण यहां के लोग कीचड़ युक्त सड़क पर जीवन जीने को मजबूर है।
पूर्व मुखिया प्रतिनिधि रूपेश कुमार झा ने बताया कि पीसीसी ढलाई की योजना स्वीकृत की गई थी जिसमें बोर्ड निर्माण के लिए कुछ राशि की निकासी की गई थी पर ग्रामीण विवाद के कारण निर्माण कार्य नहीं हो पाया।