कटिहार/बिहार : मालगोदाम में मजदूरों पर राउंड द क्लॉक वर्किंग सिस्टम के सवाल पर डीआरएम से मिलने के बाद राजद प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर रहे राजद नेता समरेन्द्र कुणाल ने कहा कि रेलवे मजदूरों को खतरे में डाल रही है। उन्होने कहा कि रेलवे कमाई के लिए मानवीय संवेदना को ताक पर रख कर मजदूरों के उपर 24 घंटा काम करने के लिए दबाव बना रही है।
गौशाल बीजी मालगोदाम की स्थिति बदतर है मजदूर व्यापारियों के किसी भी तरह का सुविधा नहीं दिया गया है। उन्होने कहा कि मजदूरों के लिए विश्राम शौचालय भोजनालय शुद्ध पेयजल जैसी जैसी बुनियादी जरूरत की एक भी चिज मय्यसर नहीं है। यह स्थिति कटिहार रानिपतरा पूर्णिया किशनगंज सेमापुर काढ़ागोला आदि तमाम मालगोदामों पर बनी हुई है।
श्री कुणाल ने कहा कि कटिहार में लगभग चार सौ से ज्यादा मजदूर काम करते है। राउंड द क्लॉक वर्किंग नियम से मजदूरों को रात्रि में आने जाने से खतरा है एक ओर जहाँ पुलिस के पुछ ताछ से परेशानी होती है वही दूसरी और अपराधियों द्वारा मारपिट लूट पाट का एवं जानवर से अलग खतरा बना रहता है । उन्होने कहा कि मालगोदाम मजदूरों को बिना सुविधा राउंड द क्लॉक वर्किंग सिस्टम न्यायसंगत नहीं। उन्होने कहा कि राउंड द क्लॉक वर्किंग नियम से परेशान लाफार्ज एसीसी अल्ट्राटेक आदि सीमेंट कम्पनियाँ मक्का व्यापारी खाद इफ्को पीपीएल पारस जैसी कम्पनियाँ गौशाला बीजी मालगोदाम पर अनलोडिंग लगभग बन्द कर चुकि है नतीजतन मजदूरों की मजदूरी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
श्री कुणाल ने कहा कि कटिहार मंडल रेल के तमाम रैक प्वांइट के मजदूरों में आक्रोश है, रानिपतरा, पूर्णिया, किशनगंज आदि सभी जगहों के मालगोदाम मजदूरों को संगठित किया जा रहा है। रेलवे तुगलकी सिस्टम को वापस नहीं लेगी तो पंद्रह दिनों में डीआरएम कार्यालय के समक्ष विशाल प्रदर्शन किया जाएगा।
इस अवसर पर पूर्व चेम्बर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष श्यामलाल अग्रवाल ने कहा कि रेलवे व्यापारियों एवं मालगोदाम मजदूरों के हितों को नजर अंदाज कर रही है। व्यापारियों से रेलवे को सबसे ज्यादा फायदा होता है बावजूद उनकी मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया जाता है रेलवे वाणिज्य विभाग व्यापारियों पर पैनल डीसी का अतिरिक्त चार्ज जोड़ कर वसुलती है। उन्होने कहा कि मालगोदाम पर रेलवे द्वारा सेड का निर्माण नहीं होने से कीमती सामानों का भारी नुकसान हो रहा है ।
शिष्टमंडल में राजद नेता गणेश चंद्रा, बिनोद साह, संजय झा, मो मोईन, बिनोद यादव, राजा पासवान आदि शामिल थें ।