अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर माया विद्या निकेतन के दोनों परिसर में सम्मान समारोह का आयोजन ♦विद्यालय के विकास में अहम योगदान देने वाली शिक्षिकाओं को स्मृति चिन्ह और उपहार के साथ किया गया सम्मानित ♦ महिला सृष्टि के विकास की केंद्र बिंदु -चंद्रिका यादव
मधेपुरा/बिहार : माया विद्या निकेतन के दोनों परिसर में आज अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस अवसर पर परिवार के सफल संचालन के साथ साथ विद्यालय के विकास में अहम योगदान देने वाली शिक्षिकाओं को स्मृति चिन्ह और उपहार के साथ सम्मानित किया गया।
सम्मान पाने वाली शिक्षिकाओं में वर्षा दधीचि, सरिता भांजा, नूतन कुमारी रही।दोनों ही परिसर में अलग-अलग कार्यक्रम में सम्मानित करने के उपरांत विद्यालय की संचालिका सह निजी विद्यालय संघ की जिला सचिव चंद्रिका यादव ने कहा की महिला आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है ।हर क्षेत्र में वो निरन्तर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही है और समाज व राष्ट्र के विकास में बराबर की सहभागिता दे रहीं है। वहीं उन्होंने लगातार आधी आबादी पर अलग अलग रूपों में हो रहे अत्याचार पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्य है जो नारी खुद पुरुष का सृजन करती है वहीं पुरुष उसकी भूमिका को पूर्णतः स्वीकार नहीं कर पा रहा है। श्री मती यादव ने कहा की आज औरत को देवी मानने और दर्शाने की जरूरत नहीं है बल्कि उसको उसकी भूमिका के साथ जीने की आजादी देने की है।
सम्मान पाने वाली में वर्षा दधीचि काफी समय मुंबई में रहने के बाद लगातार जिला मुख्यालय में शिक्षण कार्य में सक्रिय हैं वहीं सरिता भांजा मूलतः उड़ीसा की हैं और घर से बाहर काफी दूर मधेपुरा में शिक्षक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहीं हैं इसके अतिरिक्त नूतन कुमारी स्थानीय होने के कारण परिवारिक भूमिका का बखूबी निर्वाह करते हुए शिक्षिका की भूमिका निभाते हुए सिर्फ अपनी प्रतिभा का लोहा ही नहीं मनवा रही बल्कि अपने परिवार को आर्थिक रूप से सबल भी बना रही हैं। सम्मान पाने के उपरांत सभी ने कहा कि यह सम्मान उन्हें और मजबूती से आगे बढ़ने को प्रेरित करेगा।
इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक ,शिक्षिकाओं ने भी संबोधित करते हुए कहा कि नारी है तभी सृष्टि है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र – छात्राएं मौजूद रहीं। नया नगर मदनपुर परिसर ने ए जौहर और डी बी रोड परिसर में गणेश कुमार ने कार्यक्रम का संचालन किया।