मधेपुरा/बिहार : गुरूवार से मैट्रिक परीक्षा की शुरूआत होने वाली है। इसका असर बुधवार को सड़कों पर देखने को मिला। दूर दराज से आये हुए परीक्षार्थी के कारण सड़कों पर चलना मुहाल हो गया था। चारों तरफ सिर्फ और सिर्फ छात्र-छात्राएं ही दिखाई दे रहे थे। शहर की प्रमुख चौक चौराहे, कॉलेज चौक, बस स्टैंड, कर्पूरी चौक, रेलवे स्टेशन, पूर्वी बाईपास एवं पश्चिमी बाईपास जैसी सड़कों पर भीड़ दिख रही थी। जिले में इस वर्ष 32 हजार 72 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे।
जिला प्रशासन ने कदाचारमुक्त एवं पारदर्शी परीक्षा आयोजित करने के लिये अपनी कमर कस ली है। बुधवार की सुबह से ही परीक्षार्थियों के शहर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। 21 से मैट्रिक की परीक्षा आरंभ होकर 28 फरवरी को समाप्त होगी। परीक्षा को लेकर पूरे जिले में 32 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। जिसमे सदर अनुमंडल में 25 एवं उदाकिशुनगंज अनुमंडल में सात परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। परीक्षा दोनों पालियों में आयोजित होगी। प्रथम पाली 9:30 पूर्वाह्न से 12:45 बजे अपराहन एवं द्वितीय पाली 1:45 बजे अपराहन से 5:00 अपराह्न तक होगी। गलती करने वालों की खैर नहीं परीक्षा में कोई लापरवाही न हो इसके लिये जिला शिक्षा पदाधिकारी उग्रेश प्रसाद मंडल, एमडीएम डीपीओ केएन सादा ने बुधवार को सभी परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया एवं स्पष्ट निर्देश देते हुये कहा कि परीक्षा हर हाल में नकल से पूरी तरह मुक्त होगा. सारे इंतजामात इंटर की परीक्षा से भी सख्त रहेंगे। परीक्षार्थियों की कड़ाई से जांच होगी। अगर किसी तरह की त्रुटि पायी जाती है तो तुरंत नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी। कार्रवाई का विरोध करने पर संबंधित अभिभावकों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करायी जायेगी।
डीइओ ने कहा कि परीक्षा समय के दस मिनट पूर्व परीक्षार्थी पहुंचे। परीक्षा शुरू हो जाने के बाद किसी भी स्थिति में केंद्र का गेट परीक्षार्थियों के लिये नहीं खुलेगा। परीक्षार्थी जूता-मोजा, जैकेट, मफलर एवं घड़ी सहित कोई भी इल्कट्रोनिक समान केंद्र के अंदर नहीं ले जा सकते है। परीक्षा शुरू होने के एक घंटा बाद ही परीक्षार्थी बाथरूम जा सकते हैं। अतिरिक्त वीक्षकों की प्रतिनियुक्ति परीक्षा केंद्र के गेट पर होगी. वहीं बीएनएमभी कॉलेज में वीक्षकों ने प्राचार्य डा केएस ओझा के समीप योगदान लिया। कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण होगी परीक्षा परीक्षा पूरी तरह कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण होगी. परीक्षा केंद्र पर परीक्षा का संचालन केंद्राधीक्षक एवं वीक्षक की जिम्मेदारी है. इसमें गड़बड़ी हुई तो इसके लिये केंद्रधीक्षक एवं वीक्षक पर कार्रवाई की जायेगी। एक बेंच पर दो लोगों की बैठने की व्यवस्था की गयी है। सभी परीक्षा केंद्रों के पांच सौ गज की परिधि में धारा 144 लागू रहेगी। किसी परीक्षार्थी के संबंधी को एक सौ मीटर की परिधि में परीक्षा अवधि में पकड़े जाने पर गिरफ्तारी होगी। परीक्षा केंद्र के एक सौ मीटर की परिधि में सभी दुकानदार परीक्षा अवधि में अनावश्यक रूप से किसी को दुकान पर जमा नहीं होने दिया जायेगा। नियमों के उल्लंघन करने वालों को हरगिज बर्दाश्त नहीं की जायेगी। कुली नहीं मिला तो सिर पर ही रखा सामान छात्र अपने अभिभावकों एवं सहयोगियो के साथ थे। अचानक शहर की सड़कों पर भीड़ बढ़ गया। सभी परीक्षार्थी इधर-उधर हाथ में बैग, गैस चूल्हा या फिर बोरी के साथ घूमते नजर आ रहे थे। एकाएक शहर में भीड़ बढ़ जाने के कारण छात्र-छात्राओं को वाहन भी मिलना मुश्किल हो रहा था। कई छात्र छात्रा सिर पर बोरा रखकर अपना ठिकाना ढूंढ़ रहे थे। जिले में चारों दिशा से बस, ट्रेन, ऑटो, बाइक समेत अन्य साधन से परीक्षार्थी जिला मुख्यलय पहुंच रहे है। रेंट पर रूम मिलना हुआ मश्किल मैट्रिक परीक्षा के कारण शहर में रेंट पर रूम मिलना भी मुश्किल हो गया है। परीक्षा के कारण परीक्षार्थियों ने पहले से ही रूम बुक करवा लिया था। जिसके कारण शहर के सभी लॉज या फिर किराए का मकान लगभग फूल हो चुका था। जिन परीक्षार्थियों ने पहले से रूम बुक नहीं करवाया। वह सड़कों पर घूमते नजर आए या फिर होटल को तलाशने लगे। इस कारण भी शहर के होटल का भी लगभग यही हाल है कि होटल में भी अब रूम मिलना मुश्किल हो गया है और होटल में खासकर महंगे रूम मिलने के कारण परीक्षार्थी इधर-उधर उनकी तलाश करते रहे। लॉज के एक कमरे का किराया औसतन आठ दिन के लिये छह हजार रूपये है। ज्यादातर जगहों पर चार छात्र मिल कर एक कमरे में रह रहे हैं। वहीं होटल में आठ हजार से दस हजार तक किराया है। होटल और रेस्टोरेंट की चांदी शहर में होटल और छोटे-छोटे रेस्टोरेंट की चांदी है। हर जगह आलू और प्याज सहित सब्जी आदि स्टॉक कर रख लिये गये हैं। हालांकि इस तरह के रेस्टोरेंट संचालकों का मनना है कि शायद ही आठ दिन तक यह स्टॉक चल पाये। सभी किराना दुकान जनरल स्टोर और होटल में भीड़ देखने को मिली। परीक्षा के कारण शहर के दुकानदारों का उत्सव जैसा माहौल हो गया है। दूरदराज एवं ग्रामीण इलाके से आए हुए परीक्षार्थी आने के साथ ही किराना दुकान जनरल स्टोर एवं होटल की ओर दौड़ पड़े। परीक्षार्थियों को लगभग आठ दिनों तक जिले में ही रहना है। जिले में चार केंद्र बनेंगे आदर्श परीक्षा केंद्र जिला मुख्यालय में तीन आदर्श केंद्र बनाये गये है। जिसमें शांति आदर्श मध्य विद्यालय, केवी विमेंस एवं केशव कन्या उच्च विद्यालय शामिल है। साथ ही उदाकिशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय के मध्य विधालय बालक को आदर्श परीक्षा केंद्र बनया गया। इस केंद्र को आकषर्क ढंग से सजाया गया। परीक्षार्थियों के मन में शांति और बेहतर माहौल के लिए आदर्श केंद्र बनाया गया। यह केंद्र आकर्षण का बिंदु होगा। गुब्बारे एवं फूल से केंद्र के मुख्य द्वार को सजाया गया है। छात्राओं के लिए परीक्षा केंद्र प्रवेश द्वार पर कालीन बिछाई गई है।