वैशाली/बिहार : जिले के महुआ के एक लाल ने यूपीएससी द्वारा आयोजित कंबाइन सीबीआरटी एग्जाम में सामान्य बेसिस पर ऑल इंडिया में 9 वा रैंक हासिल कर यह साबित कर दिया है कि अगर दिल से किसी भी क्षेत्र में कड़ी मेहनत एवं लगन से लक्ष्य को पाने का प्रयास किया जाए तो वह बेकार नहीं जाता।
महुआ के फुलवरिया निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक रामनाथ सिंह एवं मंजू देवी का एकलौता पुत्र 27 वर्षीय अभिषेक कुमार ने यूपीएससी द्वारा आयोजित सीबीआरटी एग्जाम में ऑल इण्डिया में 9 वाॅ रैंक हासिल कर महुआ ही नहीं बल्कि वैशाली एवं बिहार का नाम भी रोशन किया है।
अभिषेक के नाम है कई सफलताएँ
अभिषेक के सफलता का सिलसिला वर्ष 2013 में उस समय शुरू हुआ जब इस होनहार छात्र ने पश्चिम बंगाल यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी से बीटेक किया। 2015 में अभिषेक ने कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी से पब्लिक एडमिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री हासिल की। 2016 मे वदॅमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी कोटा से लेबर लाॅ में पीजी डिप्लोमा एवं 2017 में डिजास्टर मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा तथा 2018 में महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी रोहतक से एम फिल की डिग्री और तैयारी करते हुए अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में लगा रहा। मई 2018 मे भी एक सफलता इनके खाते आई लेकिन यूपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा के रिजल्ट में ऑल इंडिया बेसिस पर 9 वा रैंक आने पर अभिषेक का असिस्टेंट लेबर कमिश्नर बनने का रास्ता साफ हो गया।
कई महत्वपूर्ण सेमिनार में अभिषेक ने भाग लिया
जनवरी 2018 में मुंबई के थाने में “एक राष्ट्र एक चुनाव” के विषय पर आयोजित सेमिनार सहित कई अन्य सेमिनार में शामिल होकर अपने संबोधन से लोगों की बीच अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। इसके अलावे नेट टेस्ट में कामयाबी हासिल किया, 3 बार पब्लिक एडमिस्ट्रेशन तथा एक राजनीतिक विज्ञान, जे आर एफ पब्लिक ऐडमिस्ट्रेशन भी कम्प्लीट किया।
पिता थे शिक्षक
अभिषेक के पिता रामनाथ सिंह 1980से 19995 तक उच्च विधालय, महुआ तथा 2006 से 2011 तक उच्च विधालय, सिंघाड़ा में शिक्षक के रूप में पदस्थापित थे। 2011 में सिंघाड़ा उच्च विद्यालय से सेवानिवृत्त हुए। अभिषेक की खाते में लगातार सफलता और अंत अपने लक्ष्य को प्राप्त करने पर माता- पिता गांव, ननिहाल एवं जिले के लोगों में खुशी है तथा सभों ने अभिषेक के उज्जवल भविष्य की कामना की है।