किशनगंज/बिहार : ठाकुरगंज रेलयात्री समिति ने अपनी जान की बाजी लगाकर ऐतिहासिक जीत हांसिल की है । जहां उपेक्षा के शिकार ठाकुरगंज रेलवे स्टेशन पर तीन लम्बी दूरियों के ट्रेनों का ठहराव मिला । जबकि कैपीटल और राधिकापूर जाने वाली ट्रेनों के रास्तों में बदलाव लाकर ठाकुरगंज होकर चलाने सम्वंधी प्रस्ताव पर कार्यवाही चलने की जानकारिया़ं मिली है । जैसा कि चार दिनों के आमरण अनशन को तोड़वाने के लिए दार्जिलिंग के सांसद एवं केन्द्रीय राज्यमंत्री एस एस अहलुवालिया स्वयं स्थल पर आये ।
जहां इनके द्वारा रेलयात्री समिति द्वारा किये जा रहे अनशन के मद्देनजर किये गये प्रयासों का खुलासा भी किया एवं कहा कि ठाकुरगंज में रेल सुविधाओं को लागू कराने में ये समिति के साथ हैं । इनके आश्वासनों के बाद रेलयात्री समिति के नौरत्नों ने अनशन तोड़ने पर राजी हुए । फलस्वरुप केन्द्रीय मंत्री ने जूस पिलाकर अनसन को समाप्त कराया ।
चार दिनों से चल रहे अनशन के तीसरे दिन हीं रात में सीतामढ़ी दीघा पहड़िया एक्सप्रेस और चेन्नई एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव ठाकुरगंज में ऐतिहासिक हो गया था । आमलोगों ने इस ठहराव पर जमकर नारे लगाये । जबकि चौथे दिन आनंद विहार सुपर फास्ट ट्रेन यहां आकर रुकी । जहां केन्द्रीय राज्यमंत्री एस एस अहुलुवालिया के आगमन पर जनसमूह उमड़ चुका था ।
विधानसभा में मुख्य सचेतक नौशाद आलम, पूर्व विधायक गोपाल कुमार अग्रवाल एवं गणमान्यों की उपस्थिति में लोगों ने केन्द्रीय राज्यमंत्री अहुलूवालिया को धन्यवाद दिया । महत्वपूर्ण ट्रेनों के ठहराव से जहां विभिन्न प्रदेशों की यात्रा करने वालो को जहां राहत मिली है । वहीं धनबल और पदबल पर जनबल की ऐतिहासिक विजय से लोगों की आस्था रेलयात्री समिति पर मजबूत मानी जा रही है ।
गौरतलब है कि ठाकुरगंज रेलवे स्टेशन को रेल के अधिकारियों ने हमेशा से उपेक्षित रखकर यात्रियों की सुविधाओं को दरकिनार करते रहे । जिसकी वजह से लोगों में सदैव रोष देखा जा रहा था । फलतः रेलयात्री समिति के प्रयासों को अभूतपूर्व समर्थन भी मिला । परिणामस्वरूप लम्बी दूरियों के यात्री गाड़ियों का ठाकुरगंज में रुकने से लेकर अन्य लंवित मांगों के पूर्ण होने की संभावनाएं प्रवल मानी जाने लगी है । जिसे किशनगंज के इतिहास में स्वरणाक्षर में लिखा जा सकेगा ।