#अटल जी की विरासत को भूल चुकी है पार्टी # पार्टी के कार्यकर्ता पार्टी नेतृत्व से निराश और घुटन महसूस कर रहे हैं
पटना/बिहार : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और पूर्णिया के पूर्व सांसद उदय सिंह ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को भेज दिया गया है। सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा से इस्तीफा देने की घोषणा की और कहा, “मैं राजनीति से दूर नहीं हो रहा हूं।”
पटना में अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए उदय सिंह ने कहा कि जिस तरह से भाजपा सत्ता में बने रहने होने के लिए किसी भी हद तक चली गयी है, उससे पार्टी के सभी कार्यकर्ता पूरी तरह से निराश हो गए हैं। उन्होंने कहा, “अटल जी और आडवाणी जी के समय में सभी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की चिंताओं को एक निर्णय पर पहुंचने से पहले ध्यान में रखा जाता था। लेकिन अब अमित शाह और कुछ अन्य लोग एक निजी मामले के रूप में पार्टी को चला रहे हैं, जहाँ कार्यकर्ताओं से केवल उनके हुक्म का पालन करने की अपेक्षा की जाती है। पार्टी ने आंतरिक लोकतंत्र की अपनी संस्कृति खो दी है। ”
सिंह ने आगे कहा कि “रातोंरात जिस नाटकीय ढंग से भाजपा और जदयू एक साथ आए वो सभी राजनीतिक तर्क को धता बताते हैं और इसका उद्देश्य पार्टी पर इसके बुरे प्रभावों की थोड़ी चिंता किए बिना सत्ता को साझा करना था। नीतीश कुमार का हालिया खुलासा कि उन्होंने अमित शाह की सलाह पर जदयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर की नियुक्ति की, सभी कार्यकर्ताओं को पूरी तरह चकित कर दिया है।”
कांग्रेस में शामिल होने के अटकलों के जवाब में सिंह ने कहा, “मैं अपने समर्थकों के साथ चर्चा करने के बाद स्वतंत्र हूं कि वे मुझसे क्या चाहते हैं। मैंने अपने लोगों से वादा किया था, मैं पूर्णिया से चुनाव लड़ूंगा क्योंकि मेरे लोगों के लिए चिंता राजनीति में सबसे महत्वपूर्ण कारण है।”
सिंह ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं और शुभचिंतकों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और भविष्य में उनकी सेवा करने का वादा किया।