मधेपुरा : मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना की हालत जर्जर, सड़कों पर कई जगह बन चुके हैं बड़े-बड़े रैन कट  

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पुल एप्रोच पथ के नजदीक पीसीसी सड़क के नीचे से तीन तीन जगह मिट्टी बह कर गायब 

भारी वाहन के गुजरने पर सड़क धंस जाने का खतरा

ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर स्थानीय विधायक निरंजन मेहता के खिलाफ जमकर नारेबाजी की

ग्रामीणों को बड़ी दुर्घटना होने की आशंका पदाधिकारी जनप्रतिनिधि बने लापरवाह

रिपोर्ट : प्रेमजीत कुशवाहा (उदाकिशुनगंज) 

उदाकिशुनगंज/मधेपुरा/बिहार : जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल अंतर्गत बने मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना की हालत जर्जर हीं नहीं बल्कि जानलेवा हो गई है। सड़कों पर कई जगह बड़े-बड़े रैन कट बन चुके हैं । जिस कारण कुहासे में बड़ी दुर्घटना हो सकती है। पुल एप्रोच पथ के नजदीक पीसीसी सड़क के नीचे से तीन-तीन जगह मिट्टी बह कर गायब हो चुका है। भारी वाहन के गुजरने पर सड़क धंस जाने के कारण हमेशा खतरे की आशंका बनी रहती है। स्थानीय ग्रामीण सोनु सिंह, बंटी सिंह, कपिलदेव सिंह, विनीत सिंह, मुकेश सिंह, अरुण कुमार मेहता, पेक्स अध्यक्ष प्रीतम मंडल, राजेश सिंह, विक्की सिंह, प्रिंस सिंह, सिकंदर सिंह  आदि ने विरोध प्रदर्शन कर स्थानीय विधायक निरंजन मेहता के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । ग्रामीणों ने बताया कि पुल के पास सड़क टुटने वाली है। सड़क टुटने के कारण पुल का भी क्षतिग्रस्त होना तय है। कभी भी बड़ी दुर्घटना होने की आशंका है। ग्रामीणों ने स्थानीय बिधायक जनप्रतिनिधि और पदाधिकारियों पर लापरवाही और अनदेखी का आरोप लगाया है।

मालूम हो कि मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत वर्ष 2007 -8 में तत्कालीन विधायक डॉ रेणु कुशवाहा के द्वारा अनुशंसित 3 कड़ोर 40 लाख 93 हजार 7 सौ 25 रुपये के लागत से 6.30 कि मी लंबी उदाकिशुनगंज पंचायत भवन से मजहर पट्टी मधुवन टिंनटेंगा होते हुए महुआ गाछ के पास उदाकिशुनगंज और बिहारीगंज के मुख्य मार्ग एसएच 91 को जौड़ने वाली सड़क की हालत बिल्कुल ही जर्जर हो चुकी है। मधुबन और टिनटेंगा के बीच दर्जनों रैन कट बन चुके हैं। पुर्व विधायक के घर के आगे का रैनकट काफी जानलेवा है, कुहासा में बड़ी घटना घटने का अंदेशा जताया जा रहा है। वहीं मधुवन धार के पुल के पास जयकान्त मेहता और कामेश्वर सिंह के घर के बीच पीसीसी सड़क के नीचे से पिछले दिनों बारिश में मिट्टी बह कर गायब हो गया है। सड़क के नीचे एक भाग से लगभग 4 फीट अंदर तक मिट्टी बह गया है। सड़क पर वाहन का वजन पड़ते ही सड़क धस जाऐगी।  बावजूद इसके प्रशासन और विभागीय लोग इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जबकि इस सड़क से दिन रात बड़ी और छोटी गाड़ी का परिचालन होता है अगर समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो कुछ दिन बाद तो सड़क पैदल चलने लायक भी नहीं बचेगी।

इधर प्रशासन, स्थानीय जनप्रतिनिधि और बिभागीय लापरवाही के चलते स्थानीय ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त हैं । ग्रामीणों की माने तो उन लोगों ने कई बार स्थानीय विधायक और स्थानीय प्रशासन से सड़क में बने रैन कट का सूचना दिया पर स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासन की उदासीनता के कारण अभी तक कोई भी कार्य नहीं की गई है। टिनटेंगा पुल के पास बने बड़े-बड़े रैन कट में कई बार दुर्घटना भी घट चुकी है। कई बार यात्री से भड़ी गाड़ी तो फॅस भी चुकी है जिससे ट्रैक्टर के सहारे खींचकर निकाला गया है। ग्रामीणों ने बताया कि अगर जल्द ही विभाग और प्रशासन सड़क का मरम्मत नहीं करती है तो हमलोग उग्र आंदोलन करने पर मजबुर होंगे। ग्रामीण कार्य अभियंता सुशील कुमार प्रसाद ने जुलाई महीने में कहा था कि सड़क में बने रेन कट को जल्द ही मरम्मत करवाया जाएगा। बावजूद आज तक कौई देखने तक नहीं आया।


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