नालंदा/बिहार : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की मुश्किलें कम होती नजर नहीं दिख रही है । मध्य प्रदेश की बागडोर संभालने के बाद अपने बयान में उन्होंने कहा था कि बिहार और यूपी वाले लोग के वजह कर मध्य प्रदेश के नौजवानों को नौकरी नहीं मिल पाती है।
उनके बयान से बिहार और यूपी के लोगों के बीच आक्रोश दिख रहा है और उनके बयान को संध्या ढाचा पर प्रहार करने वाला बताया जा रहा है। कमलनाथ के विरुद्ध बिहार शरीफ न्यायालय में बिरेन पांडे मथुरिया मोहल्ला नालंदा की ओर से बिहार शरीफ के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है।
परिवार दायर में याह आरोप लगाया गया कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान से आपसी क्षेत्रवाद का विवाद हो सकता है। मुख्य दंडाधिकारी ने परिवाद को स्वीकार करते हुए 1576c/2018 प्राथमिकी दर्ज किया गया है। इसकी अगली सुनवाई 7 जनवरी 2019 को रखी गई है ।