गांधी और शास्त्री सादगी और महानता के सर्वश्रेष्ठ हस्ताक्षर

Spread the news

मधेपुरा/बिहार : माया विद्या निकेतन परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री  की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर  तस्वीर पर पुष्पांजलि, माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया।

विद्यालय की संचालिका चंद्रिका यादव ने कहा कि राष्ट्र के प्रति त्याग, समर्पण में बापू और शास्त्री जी एक दूसरे के पूरक हैं। स्वतंत्रता आंदोलन में संघर्ष करने वालों में जहां गांधी ने अपने संकल्प, त्याग, नेतृत्व, सांगठनिक समझ के बल पर आजादी का आंदोलन लड़ा वहीं लालबहादुर शास्त्री ने आजादी के आंदोलन में भूमिका अदा करने के बाद  बतौर भारत के दूसरे प्रधानमंत्री जय जवान जय किसान का नारा और पाकिस्तान के साथ अपने फैसले से विश्व मंच पर भारत की दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। गांधी के संघर्ष और शास्त्री की सादगी को विश्व पटल पर आदर्श पहचान दिया जाता है। राष्ट्र को गर्व है कि अन्तर्राष्ट्रीय फलक पर भारत को पहचान देने वाले गांधी और शास्त्री की जन्मभूमि और जन्मतिथि एक ही है। वर्तमान पीढ़ी को ऐसे महापुरुषों के जीवन सफर को पढ़ने की जरूरत है जिससे उनके सपनों का देश बनाया जा सके और यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

जयंती पर निबंध प्रतियोगिता एवम् स्वच्छता अभियान का आयोजन : चंद्रिका यादव ने बताया कि इस अवसर पर विद्यालय द्वारा लघु निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें एक सौ से अधिक बच्चों ने प्रतिभाग किया।वहीं विद्यालय के शिक्षकों, छात्र छात्राओं द्वारा विद्यालय परिसर एवम् आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चला साफ सफाई के महत्व के प्रति जागरूक किया गया।

इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षकों सहित सैकड़ों की संख्या में छात्र छात्राओं ने सहभागिता दी।


Spread the news