मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : प्रखंड के जीतापुर पंचायत अंतर्गत चामगढ़ वार्ड 7 निवासी अर्जुन ऋषिदेव की हुई निर्मम हत्या को लेकर भाकपा की जांच दल के सदस्य बुधवार को पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। पार्टी के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर के नेतृत्व में वरीय नेता रमण कुमार, अंचल मंत्री अनिल भारती, रमेश कुमार शर्मा, मो सिराज शामिल थे। मृतक के पिता सातेन ऋषिदेव, पुत्र अमरेश ऋषिदेव, दिव्यांग पत्नी गुंजन देवी सहित अन्य परिजनों व ग्रामीणों से बातचीत की। पुलिस द्वारा लाश को घसीट कर जबरन जलाए गए स्थल को भी देखा।
भाकपा नेता प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि भूमिहीन और महादलित अर्जुन ऋषिदेव की निर्मम हत्या अत्यंत ही निंदनीय है। उन्होंने कहा कि अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। यह इस बात की घोतक है कि संध्या सात बजे खुलेआम बेखौफ अपराधियों ने अर्जुन ऋषिदेव की हत्या कर दी। भाकपा नेता ने कहा कि पूरे मामले में स्थानीय पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। रात के तीन बजे जबरन अर्जुन ऋषिदेव के शव को जला दिया जाता है। यह जलदबाजी क्यों, चार दिन बीत जाने के बाद भी परिजनों के द्वारा सर झप्पी नहीं किया गया है। इन लोगों का मानना है कि लाश पूरी तरह से जलाई भी नहीं गई। अर्जुन के पुत्र को मुखाग्नि तक नहीं देने दी गई। दलितों पर जुल्म और अत्याचार नहीं सहेंगे l यह महादलित के साथ पुलिसिया जुल्म किन कारणों से की गई? परिजनों के अनुसार घटना को अंजाम मात्र चार आदमी दिया है। बांकी लोगों को ये लोग नहीं जानते। आखिर किस परिस्थिति में पुलिस बारह लोगों को अभियुक्त बनायी है। परिजनों को आशंका है कि स्थानीय पुलिस पदाधिकारी मुकदमा को कमजोर करने एवं असली हत्यारे को बचाने में जुटी है। यहां बसे भूमिहीन महादलित परिवार आतंक की छाया में जीने को मजबूर है। कोई दूसरी घटना भी घट सकती है।
भाकपा नेता ने कहा कि आए दिन हो रहे हत्याकांड के पीछे नशाखोरी गिरोह, भूमिहरप गिरोह, शराब माफियाओं की की भूमिका अहम है। इसे नकेल कसने में पुलिस प्रशासन विफल है। भाकपा नेता प्रभाकर ने अर्जुन ऋषिदेव हत्याकांड पर आक्रोश व्यक्त करते हुए स्थानीय पुलिस की भूमिका को अमानवीय करार देते हुए कहा कि कुछ बीजेपी समर्थक पदाधिकारी सरकार को बदनाम करने में लगा है। इसे चिन्हित करने की आवश्यकता है। उन्होंने जिला प्रशासन एवं बिहार सरकार से घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने, हत्यारे को शीघ्र गिरफ्तार करने दोषी पुलिस अधिकारी को बर्खास्त करने एवं मृतक अर्जुन ऋषिदेव के आश्रितों को पचीस लाख रुपया मुआवजा देने की मांग की।
भाकपा नेता ने कहा कि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो हमारी पार्टी पुलिस प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने को भी विवस होंगे।
मिथिलेश कुमार की रिपोर्ट