मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत जोरगामा वार्ड चार में दो दिवसीय सन्तमत सत्संग का आयोजन किया गया। वार्ड चार निवासी अरुण लाल दास के आवास पर आयोजित सत्संग में निर्मल बाबा ने प्रवचन देते हुए कहा कि मानव जीवन में सत्संग की बड़ी आवश्यकता है। हमारे जीवन में सत्संग को अपनाए बिना सुख, शांति की कल्पना नहीं की जा सकती।
सत्संग की महिमा की व्याख्या करते हुए कहा कि महर्षि मेंही सत्संग को अपना श्वांस कहते थे। बड़े भाग्य से मनुष्य का शरीर मिलता है और मनुष्य के शरीर में पूर्व जन्म के पुण्य के अनुसार ही सत्संग की प्राप्ति होती है। सत्संग के माध्यम से हम मोक्ष को पाने का रास्ता पाते हैं। वहीं अरुण लाल दास ने कहा कि सत्संग से इहलोक और परलोक दोनों को संवारा जा सकता है। इसके लिए हम, लोगों को दुआ दें। इसके लिए पंच पापों से अपने जीवन को बचाना होगा। सत्संग, ध्यान और गुरु के प्रति समर्पण करना होगा। सत्संग की बड़ी महिमा है। सत्संग से सुख की वर्षा होती है। लोग सच्चाई के रास्ते पर चलने के लिए सत्संग में सीखते हैं। इसलिए सत्संग का आयोजन मानव समाज को मानवता का पाठ भी समय-समय पर पढ़ाता है। सत्संग समाप्ति के बाद भंडारा का आयोजन किया गया। जिसमें गांव के कई लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
मौके पर प्रभाष लाल दास, दीपक वर्मा, निखिल वर्मा, सुशांत, रिप्पू, हर्ष, स्नेह, यश, अयान, सात्विक, ज्योति, सज्जन, अनुजा, समीक्षा, अदिती सहित दर्जनों सत्संग प्रेमी उपस्थित रहे।
मिथिलेश कुमार की रिपोर्ट