दुबई में धूमधाम से मनाई गई बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती, मुख्य अतिथि के रूप में शामिल सांसद चिराग पासवान

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प्रेस विज्ञप्ति : देश भर में डॉ आंबेडकर के जयंती पर सैकड़ो कार्यक्रम होते हैं बाबा साहब के विचारों को विश्वभर में प्रसारित करने के उद्देश्य से दुबई में  डॉ० बाबासाहेब अम्बेडकर की 132 वीं जयंती का आयोजन रविवार को इंडिया क्लब दुबई में किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सांसद चिराग पासवान व अतिथि के रूप में जेएनयू लीडर उमा शंकर सिंह   मौजूद रहे। कार्यक्रम में बीजेपी के जेनेरल सेक्रेटरी सुनील चौधरी व राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान भी शामिल होने वाले थे लेकिन निजी कारणों से वहां उपस्थित नही हो पाए और विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कार्यक्रम में जुड़े रहें तथा संबोधन भी किया।

मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद सांसद चिराग पासवान ने अपने संबोधन में कहा कि बाबा साहेब के विचार अद्भुत थें। कहीं न कहीं आजादी के इतने वर्षों के बाद भी गरीबो वंचितों की ये स्थिति बताती है कि हमलोग अभी भी बाबा साहेब के विचारों को अमल में नही ला पा रहे हैं। जरूरत है बाबा साहेब के विचारों को अमल में लाने का व इसे प्रसारित करने का। आयोजक रवि चंद व अम्बेडकर ग्लोबल डॉट कॉम का ये प्रयास सराहनीय है। सांसद चिराग पासवान के अपने संबोधन में आगे कहा कि दुबई से लौट रहे बिहार बंधुओ को वाया दिल्ली,मुम्बई या किसी बड़े शहर होते हुए आना पड़ता है लेकिम मैं जल्द ही संबंधित अधिकारियों से बात करूंगा और दुबई से डायरेक्ट बिहार तक कि फ्लाइट की व्यवस्था की जाएगी।

 वैश्विक पैमाने पर इस आयोजन को कराने वाले भारत (बिहार मूल) के  निवासी रवि चंद हैं। जिन्होंने अंबेडकर ग्लोबल.कॉम (AmbedkarGlobal.com) के जरिये इस कार्यक्रम का सफल आयोजन किया। रवि चंद पिछले कई वर्षों से दुबई में बिहारी प्रवासियों के लिए लगातार सामाजिक कार्य करते आ रहे हैं। लॉकडाउन के समय बिहारी लोगो की भरपूर मदद करना व चार्टेड हवाई जहाज की व्यवस्था कर लोगो को उनके घर भेजना निसंदेह सराहनीय है।

गौरतलब है कि यूएई में लगभग 2.7 मिलियन भारतीय कार्यरत है जिनमें 2  मिलियन सिर्फ मजदूर हैं जो भारत के कमजोर तबके से आते हैं। रवि चंद ने कहा कि डॉ. अंबेडकर की विचारधारा समाज के किसी एक तबके से संबंधित नहीं है बल्कि सभी तबकों से है। कार्यक्रम में दुबई में रह रहे बिहारी मजदूर वाले इलाके को अम्बेडकर नगर का नाम दिया जाय व जिस तरह भारत सहित विश्व भर में नेल्सन मंडेला की प्रतिमा व रॉड हैं उसी तर्ज पर विश्व भर में बाबा साहेब अंबेडकर के प्रतिमा की स्थापना व रोडो का नामांकन किया जाय। बाबा साहेब तमाम भारतीयों के लिए एक आदर्श हैं। हमारा उद्देश्य पूरी दुनिया में बाबा साहेब के विचारों की जागृति लाना है और अम्बेडकर ग्लोबल संस्था दुनियाभर के विश्वविद्यालयों में डॉ. अंबेडकर के कार्यों और विचारधाराओं को पढ़ाने के लिए एक विषय सामग्री पर भी काम कर रहे हैं।


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