चैती छठ: मुरलीगंज में डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य

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मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर चैती छठ विधि विधान के साथ मनाया गया। सोमवार की शाम अस्ताचलगामी सूर्य को श्रद्धालुओं ने छठ का पहला अर्घ्य दिया। छठ घाटों पर श्रद्धालुओं का जत्था दोपहर से ही पहुंचने लगा था और शाम तक वहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। कई लोगों ने घरों की छतों पर अस्थाई तालाब बनाकर अर्घ्य दिया। इस दौरान छठी मइया के गीत गूंज रहे थे।

उल्लेखनीय है कि सूर्योपासना का महापर्व छठ की शुरुआत शनिवार को नहाय-खाय के साथ हुई। रविवार को व्रतियों ने खरना का प्रसाद ग्रहण किया और सोमवार को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया गया। अब श्रद्धालुओं को सुबह का इंतजार है। मंगलवार की सुबह उगते सूर्य अर्घ्य प्रदान करने के साथ लोक आस्था का महापर्व संपन्न हो जायेगा। लोक आस्था का महापर्व चैती छठ पर्व को लेकर शहर मे हर्षोल्लास का माहौल बना हुआ है। व्रतियां 48 घंटे तक जल व अन्न ग्रहण किये बिना पूरा आस्था के साथ चैती छठ पर्व मनाती हैं।  मुरलीगंज में चैती छठ पूजा काफी उत्साह व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता हैं। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रो मे लोक आस्था का महापर्व चैती छठ मनाया गया। वही बता दें कि छठ पर्व को लेकर बाजार छठ पूजन सामाग्रीयों से सजा पड़ा था। शहर का हाट बाजार जो कि पूरा प्रखंड में एक मात्र बड़ा बाजार हैं। यहां से लोग को सुविधा अनुसार पर्व की सभी सामाग्री उपलब्ध होती हैं। हालांकि अब यह पर्व मुरलीगंज समेत प्रखंड के सभी गांवों में भी हर्षोल्लास के साथ से मनाया जाता है।

मिथिलेश कुमार की रिपोर्ट


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