हंसते-हंसते फांसी के तख्ते पर चढ़ गए थे भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव

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छातापुर/सुपौल/बिहार : शहीद दिवस के मौके पर प्रखंड के आदर्श प्राइमरी स्कूल केवला में अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और शिवराम राजगुरू के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर उनके आत्मा के शांति के लिए छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के द्वारा मौन सभा का आयोजन किया गया।

एचएम अमित कुमार ने कहा कि भारत में शहीदों के सम्मान और देश के लिए दिए गए उनके बलिदान को याद करने के लिए हर साल शहीद दिवस मनाया जाता है। शहीद दिवस देश के लिए बहुत खास और भावुक दिन होता है। 23 मार्च को भारत के सपूतों शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने देश के लिए हंसते-हंसते फांसी की सजा को गले लगा लिया था। उनकी शहादत को देश का हर नागरिक सच्चे दिल से सलाम करता है। शिक्षक नरेश कुमार निराला ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कम उम्र में इन वीरों ने देश के आजादी की लड़ाई लड़ी और अपने प्राणों की आहुति दे दी। उनकी क्रांति और जोश आज युवाओं की रगों में बहता है। श्री निराला ने कहा कि अमर शहीद भगत सिंह का ‘इंकलाब जिंदाबाद’ का नारा आज भी काफी प्रसिद्ध है। यह नारा देशवासियों में जोश भरने का काम किया था। उन्होंने कहा कि देश के इन सच्चे सपूतों को दुनिया हमेशा याद रखेगी।

शिक्षक निरंजन कुमार और अरबाज आलम ने कहा कि भगतसिंह और सुखदेव के परिवार लायलपुर में पास-पास ही रहने से दोनों वीरों में गहरी दोस्ती थी। यही नहीं दोनों लाहौर नेशनल कॉलेज के छात्र भी थे। सांडर्स हत्याकांड में सुखदेव ने भगत सिंह तथा राजगुरु का साथ दिया था। पांचवीं कक्षा की छात्रा सनवीर कुमारी, अंशु कुमारी, नैना कुमारी, बबीता कुमारी ने सामूहिक रूप से देश भक्ति गीत ‘मेरा रंग दे वसंती चोला’ गाकर उपस्थित हुए सभी लोगों को भावुक कर दिए। इस मौके पर विद्यालय में निबंध लेखन और क्वीज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और अव्वल स्थान लाने वाले बच्चे को पुरस्कृत भी किया गया।

मौके पर शिक्षक निरंजन कुमार, अरबाज आलम, फूल कुमारी, नीतू कुमारी, मो अमजद अहमद, बाबूनंद पासवान, उर्मिला देवी, सविता देवी आदि मौजूद थे।

इरशाद आदिल की रिपोर्ट


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