बिहार के पंचायती चुनाव में इस बार कुछ ऐसे चेहरे भी चुनाव जीत कर सामने आ रहे हैं समाज के लिए नजीर बनेंगे। शिवहर प्रखंड की कुशहर पंचायत की कुशहर निवासी अनुष्का हाईटेक सिटी बेंगलुरु के प्रतिष्ठित संस्थान से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही थी। सपना इंजीनियर बनकर देश की सेवा करने का था, लेकिन अब उसे सोशल इंजीनियरिंग की जिम्मेदारी मिली है।
संपन्न पंचायत चुनाव में अनुष्का को कुशहर पंचायत का मुखिया चुना गया है। अनुष्का ने कड़े मुकाबले में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी रीता देवी को 287 मतों से शिकस्त दी। उनको 2625 मत मिले। जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी रीता देवी को 2338 मत मिले। जीत का प्रमाण पत्र मिलते ही अनुष्का ने शिवहर में नया कीर्तिमान बना दिया। वह 21 साल की उम्र में जिले के इतिहास में सबसे कम उम्र की मुखिया बनी हैं। अनुष्का के पिता सुनील कुमार सिंह वर्ष 2011 से 2016 तक जिला पार्षद रहे। जबकि, दादा राजमंगल सिंह ने वर्ष 1978 से 2001 तक पंचायत के मुखिया के रूप में प्रतिनिधित्व किया था। अनुष्का की प्रारंभिक पढ़ाई गांव के स्कूल से शुरू हुई। फिर पटना और बाद में इंजीनियर बनने का सपना संजोए अनुष्का बंगलोर को रवाना हुई। पढ़ाई के बाद वह गांव लौटी। जहां उसमें समाज सेवा की भावना जगी। मौसम पंचायत चुनाव का था।
लिहाजा किस्मत आजमाने के लिए वह प्रत्याशी के रूप में मैदान में कूदीं। हालांकि, नामांकन के बाद भी स्वजन, अनुष्का के चुनाव लड़ने के खिलाफ थे। लेकिन उसके कदम तबतक नहीं रुके जबतक की उसने जीत की माला नहीं पहन ली। अनुष्का की जीत और सबसे कम उम्र में मुखिया बनने की चर्चा इलाके के गांव-गांव तक होने लगी है। वहीं बधाइयों का दौर भी तेज हो गया है।
इन सबके बीच अनुष्का ने कहा कि यह जीत कुशहर पंचायत की जनता की जीत है। जनता ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी है। अब वह पंचायत का सर्वांगीन विकास कराएगी। बताते चलें कि, चुनाव प्रचार के दौरान जनता ने उन्हें मुखिया बनाने का आश्वासन दिया था। जनता के भरपूूर, स्नेह, सहयोग और समर्थन की बदौलत जिले की सबसे कम उम्र की मुखिया बनने का कीर्तिमान बनाया है।
अनूप नारायण सिंह की रिपोर्ट