पीएचसी को अनुमंडलीय अस्पताल में शिफ्ट करने से आहत लोग आंदोलन के मूड में

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मधेपुरा/बिहार : उदाकिशुनगंज पीएचसी को अनुमंडलीय अस्पताल हरेली में शिफ्ट करने का मामला अब तूल पकड़ लिया है। स्वास्थ्य विभाग के इस निर्णय के खिलाफ लोगों की गोलबंदी शुरू हो गई है। क्षेत्र के व्यवसायी संघ, जनप्रतिनिधि, बुद्धिजीवी और आम जनता अब आंदोलन की रूप रेखा तैयार करने में लग गए हैं।

शुक्रवार को सार्वजनिक दुर्गा मंदिर प्रांगण में पीएचसी शिफ्टिंग से आहत लोगों ने एक बैठक आयोजित की, बैठक में आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की गई। बैठक में शामिल लोगों ने बताया कि इससे पूर्व भी उक्त मामले को लेकर एसडीएम उदाकिशुनगंज को एक ञापन सौंपा गया था, जिसमें मुख्य बाजार से पीएचसी के स्थानांतरण होने से लोगों को होनेवाले परेशानी पर चर्चा भी की गई थी, बावजूद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा आनन-फानन में प्रसव गृह एवं अन्य सुविधाएं रेफरल में स्थान्तरित कर दी गई। लोगों का कहना है कि पीएचसी को यथावत स्थिति में चलने दिया जाए और रेफरल को भी चालू कर दिया जाए, ताकि मरीज़ों को हर तरीक़े से सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि पीएचसी को रेफरल में मर्ज किया जाना उचित नहीं है, यहाँ दोहरे लाभ की साजिश चल रही है।

बैठक में उपस्थित व्यवसायी संघ के अध्यक्ष राजेंद्र यादव ने कहा कि पीएचसी, उदाकिशुनगंज के लिए एक धरोहर है। आसपास के मरीजों को पीएचसी आने में सहूलियत होती है। लोग सुविधापूर्वक इलाज का लाभ ले पाते हैं। उदाकिशुनगंज मुखिया संजीव झा, जदयू युवा नेता अजय मंडल, जदयू नेत्री अन्नू देवी, भाजपा नेता अरविंद सिंह, व्यवसायी बैजनाथ चौधरी, समाजसेवी बसंत झा, पूर्व मुखिया बालकिशोर गुप्ता, पूर्व जदयू अध्यक्ष कामलेस्वरी मेहता, बालो ठठेरी, राकेश कुमार, विनय दास, भरोसी साह आदि ने कहा कि उदाकिशुनगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित पीएचसी को जन भावना के विरुद्ध अनुमंडलीय अस्पताल में स्थानांतरित किया जा रहा है, यह निर्णय जनहित में नहीं है। एक बड़ी आबादी को सुलभ एवं सुविधाजनक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को वर्तमान स्वरूप को यथावत रखना अतिआवश्यक है। रेफरल अस्पताल हरेली जाने में लोगों को यातायात की घोर असुविधा हो रही है। रात्रि में यदि किसी की तबीयत खराब होती है तो वह रेफरल अस्पताल नहीं जा पायेंगे। ऐसी स्थिति में मरीजों की जान भी जा सकती है।

उन्होंने कहा कि जब उदाकिशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय में अनुमंडलीय रेफरल अस्पताल का निर्माण हो चुका है तो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को रेफरल अस्पताल में मर्ज करने की आवश्यकता ही नहीं है । लोगों को प्राथमिक उपचार के लिए उदाकिशुनगंज पीएससी अति आवश्यक है। वही  लोगों ने कहा कि अनुमंडलीय रेफरल अस्पताल में कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध है तो रेफरल को चालू क्यों नहीं किया जा रहा है। रेफरल अस्पताल में कई डॉक्टर की भी नियुक्ति की गई है। उदाकिशुनगंज पीएचसी प्रभारी के द्वारा पीएचसी को रेफरल अस्पताल में शिफ्ट करना एक साजिश प्रतीत होती है। सभी लोगों ने एक स्वर में कहा कि यदि पीएससी को अनुमंडलीय रेफरल अस्पताल में मर्ज किया जाता है तो उदाकिशुनगंज में संवैधानिक तरीके से चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जवाबदेही  प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की होगी।

बैठक के दौरान आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, डीएम और सिविल सर्जन मधेपुरा को पीएससी शिफ्टिंग के मामले में आवेदन भेजा जा चुका है।

कौनैन बशीर
वरीय उप संपादक

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