नालंदा : उर्दू भाषा की तरक्की को लेकर 21 मार्च को सेमिनार का आयोजन

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नालंदा/बिहार : जिला मुख्यालय बिहार शरीफ शहर के रोजमेरी लैंड स्कूल के डायरेक्टर सैयद मोहम्मद रिजवान रिजवी के द्वारा एक प्रेस वार्ता का आयोजन कर पत्रकारों को बताया गया कि उर्दू भाषा की तरक्की के लिए तमाम उर्दू से जुड़े लोगों को आगे आने की समय की मांग है।

उन्होंने बताया कि शहर के कागजी मोहल्ला स्थित रोजमेरी लैंड स्कूल के कैंपस में “उर्दू जबान की अजमत वा इनायत”के विषय पर 21 मार्च दिन रविवार को समय 10:00 बजे दिन में स्कूल के मैदान में सेमिनार का आयोजन किया गया है यह सेमिनार मौलाना हजरत वली रहमानी के निर्देशानुसार आयोजन किया जा रहा है। इस सेमिनार के मुख्य वक्ता हजरत मौलाना मुफ्ती मोहम्मद सनाउल हुदा और हजरत मौलाना शमिम अकरम होंगें। अध्यक्षता बिहार शरीफ शहर के काजी सरियत मौलाना मुफ्ती मंसूर आलम कासमी करेंगे।

प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि उर्दू भाषा को जीवित रखने के लिए हर तरह की प्रयास करनी चाहिए इसलिए के कौम जिंदा रहने के लिए भाषा का जिंदा रहना अति आवश्यक है जो भाषा जिंदा रहती है वहीं कौम जिंदा समझी जाती है। उर्दू भाषी लोगों को हर हाल में अपने घरों में अपने बच्चों को उर्दू की शिक्षा हर हालत में देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि उर्दू भाषा किसी खास धर्म या मजहब की नहीं है बल्कि यह भाषा आम लोगों की भाषा है उर्दू समाज के हर मजहब हर धर्म की जुबान है यह पूरे देश की जुबान है आवश्यकता इस बात की है कि इस भाषा के तरक्की के लिए प्रचार प्रसार कर के और आगे बढ़ाया जाए।

उन्होंने कहा आज उर्दू बिहार की दूसरी सरकारी भाषा है यह एक फख्र की बात है। उर्दू बहुत ही मीठी भाषी जुवान में शामिल है इसलिए उर्दू भाषा को और तरक्की करने के लिए हम सभी लोगों को मिलजुल कर काम करने की आवश्यकता है। आखिर में उन्होंने उर्दू भाषी से मोहब्बत और लगाव रखने वाले सभी व्यक्तियों को भाग लेने की आवश्यकता पर बल दिया।

मुर्शीद आलम
नालंदा ब्यूरो
बिहार

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