मधेपुरा/बिहार : 26 जनवरी गणतंत्र दिवस को प्रत्येक वर्ष की तरह ही हर्षोल्लास व उत्साह के साथ मनाने के लिए शहर से लेकर गांव तक में बन रही फिजा को महसूस किया जा सकता है. सभी सरकारी विभागों से लेकर विद्यालयों में प्रबंधन द्वारा जहां रंग-रोगन के कार्य को पूरा करवाया जा चुका है. वहीं कई निजी विद्यालय सहित स्वयंसेवी संगठनों व समाजसेवी कार्यालयों में भी झंडोत्तोलन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है. शनिवार को जगह-जगह पर गणतंत्र दिवस के मौके पर उपयोग होने वाली सामग्रियों की लोगों ने खूब खरीदारी की. इसके अलावा कई निजी संस्थानों में गणतंत्र दिवस को लेकर तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा था. साथ ही पुलिस बल तथा अन्य विभाग द्वारा गणतंत्र दिवस के मौके पर होने वाले परेड का पूर्वाभ्यास किया जा रहा है.
तिरंगे पर नहीं है दिखा महंगाई का असर : देश की आम जनता महंगाई बढ़ने से कितनी भी त्रस्त क्यों न हो, लेकिन बाजार में बिक रहे तिरंगे झंडे से लेकर स्टीकर, बैज एवं बैंड आदि सामानों की कीमतों में निर्माताओं द्वारा किसी भी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं कर लोगों को राहत जरूर दी गयी है. स्थानीय कारोबारी आदित्य कुमार बिट्टू कुमार कहते हैं कि सभी समान दिल्ली से मंगवाते हैं, इन पर महंगाई का कोई असर नहीं है. पूर्व के वर्षों की तरह ही वस्तुओं का मूल्य यथावत है. मुख्य बाजार में इस प्रकार की कई दुकानें लोगों को आकर्षित कर रही है.
बैंड हो या बैज, डिमांड कायम : गणतंत्र दिवस के मौके पर अमूमन झंडे या रस्सी की बिक्री ही होती है. इसमें लोगों द्वारा साइज के अनुसार झंडा एवं सामान्यत: 14 मीटर रस्सी की खरीद की जाती है. इसके अलावा हैंड बैंड एवं बैज भी काफी लोगों की पसंद बनी रही. दुकानदार बताते हैं कि प्लास्टिक झंडा पांच रुपये, टोपी 15 से 35 रुपये, तिरंगा पट्टा 25 रुपये, बैज 10 से 30 रुपये, बैंड पांच रुपया से 15 रुपया, स्टीकर पांच रुपये, कपड़ा का झंडा 70 रुपये से एक सौ रुपये, टेबल फ्लैग 35 रुपया से तीन सौ रुपये तक, टेबल वाच 90 रुपये, रस्सी 14 रुपये मीटर की दर से बाजार में उपलब्ध है.