नालंदा/बिहार : जिले में कोविड-19 का वैक्सीन 16 जनवरी से प्रारंभ किया जायेगा। सर्वप्रथम स्वास्थ्य सेवा से जुड़े निबंधित कर्मियों को वैक्सीन लगाया जाएगा।
नालंदा जिला में फिलहाल 10 अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मियों को 16 जनवरी से वैक्सीन दिया जायेगा। जिला में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अस्थावां, सदर अस्पताल बिहार शरीफ, वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चंडी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरनौत, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इस्लामपुर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नूरसराय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजगीर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरमेरा एवं जीवन ज्योति हॉस्पिटल बिहार शरीफ में दिया जाएगा। इन सभी अस्पतालों में निबंधित 5505 सरकारी स्वास्थ्य कर्मियों एवं 334 प्राइवेट स्वास्थ्य कर्मियों को फिलहाल वैक्सीन दिया जायेगा।
प्रत्येक सेशन साइट पर पाँच-पाँच चिकित्सा पदाधिकारियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की एक टीम प्रतिनियुक्ति की गई है। एक साइट पर एक सेशन में 100 लोगों को वैक्सीन दिया जाएगा। इसका पूर्वाभ्यास भी किया जा चुका है।
वैक्सीन देने के लिए सभी निर्धारित सेशन साइट पर की गई व्यवस्था एवं कार्य योजना को लेकर मंगलवार को जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने सिविल सर्जन राम सिंह सहित सभी अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की।
सभी स्थलों पर वैक्सीनेशन के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया। प्रत्येक स्थल पर निर्धारित मानक के अनुसार प्रतीक्षालय, वैक्सीन कक्ष एवं ऑब्सर्वेशन कक्ष में निर्धारित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी को प्रखंड स्तर पर बैठक कर तैयारियों की समीक्षा सुनिश्चित करने को कहा गया।
अनुमंडल, प्रखंड एवं जिला स्तर पर वैक्सीनेशन को लेकर सभी मीडिया प्रतिनिधियों के साथ अवश्य रूप से ब्रीफिंग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन का दो डोज दिया जाएगा। पहले डोज के 28 वें दिन दूसरा डोज दिया जाएगा।वैक्सीन का पहला डोज लेने वाले सभी लोगों को उनके निबंधित मोबाइल पर दूसरे डोज की तिथि एवं स्थल के संबंध में सूचना एस एम एस के माध्यम से दी जाएगी। सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि वैक्सीन का डोज लेने के बाद एंटीबॉडी बनने में समय लगता है। इसके अलावा भी क्रोना गाइडलाइन को पूरी तरह पालन का करना होगा।
बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, विभिन्न प्रखंडों के वरीय पदाधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आदि मौजूद थे।