मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : पूर्णिया मधेपुरा एनएच 107 पर जानकीनगर थाना अंतर्गत चैनपुरा के पास शनिवार की रात करीब दस बजे बदमाशों ने व्यापारी को लूटने का असफल प्रयास में गोली मारकर घायल कर दिया। घायल को मुरलीगंज सीएचसी लाया गया था। स्थिति काफी नाजुक देख सदर अस्पताल रेफर किया गया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई ।
बताया गया कि मुरलीगंज पूर्णियां सीमा से पुरब चैनपुरा के पास पुलिस चेक पोस्ट से महज सौ मीटर की दूरी पर अज्ञात बदमाशों ने व्यापारी निशाना बनाया गया। चलते पिकअप पर बगल से गोली चलाने की बात कही गई है। जिसमें सदर प्रखंड के राजपुर के वार्ड 14 निवासी व्यापारी सह गाड़ी ऑनर धीरेन्द्र यादव (55) गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल अवस्था में चालक ने गाड़ी को भगाते हुए चैनपुरा पहुंचे। जहाँ स्थानीय लोगों को सारी घटना की जानकारी दी। जिसके बाद लोगों ने पुलिस के साथ साथ घायल धीरेन्द्र यादव के परिजनों को भी को सूचना दिया। परिजन के आने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। काफी विलंब होने के कारण शरीर से काफी खूब बह गया। जिस कारण सदर अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
बताया गया कि अपराधियों की गोली बांह से लगकर छाती में लगी। धीरेन्द्र यादव गुलाबबाग मवेशी हाट से पिकअप से वापस घर लौट रहे थे। इसी क्रम में मीरचाई बाड़ी से बाइक सवार तीन बदमाश पीछा कर रहे थे,जो चैनपुरा पुलिस चैक पोस्ट से पहले घटना को अंजाम दिया। वही राजपुर में आक्रोशित ग्रामीणों ने एनएच 107 पर आवागमन बाधित कर रोस प्रकट किया।
जानकारी हो कि मुरलीगंज पूर्णियां बोर्डर समीप चैनपुरा, भंगहा, मरचाईबारी, हरेरामपुर, आजाद चौक के समीप रात्री में बदमाशों का तांडव रहता हैं। दिन प्रतिदिन इन जगहों पर कोई ना कोई घटना होती हैं। अधिकांश घटना गुलाबबाग जाने आने वाले व्यापारीयों के साथ होती हैं। इसको लेकर पुलिस प्रशासन काफी शिथिल हैं।
वहीं घटना के विरोध में आक्रोशित लोगों ने रविवार को सदर प्रखंड के राजपुर में सड़क पर मृतक की लाश को रख कर एन एच 107 को जाम कर प्रशासन के खिलाफ नारे लगाये एव अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
जाम लगभग पाँच घंटे चला, जिससे वाहनों एवं राहगीर को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा, बाद काफी मशक्कत के बाद स्थानीय मुखिया और भर्राही सहित पंचायत के गण्यमान्य व्यक्ति ने आक्रोशित लोगों समझा बुझा कर जाम खत्म करवाया । आक्रोशित लोगों ने कहा पुलिस सिर्फ पैसा वसूलने का काम करती है जिससे अपराधियों का बोलबाला है, गश्ती की जगह पुलिस पैसा वसूलने पर ज्यादा ध्यान देती है इसी वजह से अपराधियों के द्वारा धीरेन्द्र मारा गया।