नालंदा/बिहार : जिला के गिरियक प्रखण्ड स्थित गंगाजल उद्वह योजना के तहत बरसात के मौसम में गंगाजल को पाइप लाइन के माध्यम से नालंदा जिला के घोड़ा कटोरा एवं गया जिला तक ले जाने की परियोजना पर सिचाई विभाग द्वारा तेजी से कार्य किया जा रहा है।
शुक्रवार को सिंचाई विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने पटना जिला के मराँची से सरमेरा होते हुए घोड़ा कटोरा तक संपूर्ण पाइपलाइन मार्ग का निरीक्षण किया तथा कार्य प्रगति को देखा।इस परियोजना के तहत 107 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई जा रही है। जिसके माध्यम से बरसात के मौसम में सरप्लस गंगाजल को पाइप लाइन के माध्यम से नालंदा जिला के घोड़ा कटोरा एवं गया जिला में निर्माणाधीन कृत्रिम जलाशयों में भंडारित किया जायेगा।प्रधान सचिव ने पाइपलाइन बिछाने के कार्य में तेजी लाने का निदेश दिया।जहाँ भी जमीन से संबंधित मामला है, इसका त्वरित निदान निर्धारित प्रक्रिया के तहत सुनिश्चित करने को कहा गया।
निरीक्षण के क्रम में प्रधान सचिव ने घोड़ा कटोरा में निर्माणाधीन कृत्रिम जलाशय के कार्यस्थल पर भी कार्य की प्रगति का जायजा लिया तथा विभाग के अभियंताओं को कार्य में तेजी लाने का निदेश दिया।इस परियोजना को सितंबर 2021 तक पूर्ण करने का लक्ष्य विभाग द्वारा निर्धारित किया गया है।परियोजना के लिए आवश्यक भू-अर्जन का कार्य जिला प्रशासन नालंदा द्वारा तेजी से किया गया है। कुछ खंड में पाइपलाइन बिछाने के लिए अतिरिक्त आवश्यक भू अर्जन की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह, जिला भू अर्जन पदाधिकारी विकास कुमार, सिंचाई विभाग के वरीय अभियंता गण, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता सहित संवेदक प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।